धनबाद(DHANBAD): ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन की महाप्रबंधक, हाजीपुर के साथ गुरुवार को प्रारंभ हुई स्थाई वार्ता तंत्र ( पी एन एम) की बैठक शुक्रवार को खत्म हुई. अध्यक्षता महाप्रबंधक अनिल कुमार खंडेलवाल ने किया तथा कर्मचारी पक्ष की अध्यक्षता ईसीआरकेयू के केन्द्रीय अध्यक्ष डी के पाण्डेय ने किया. बैठक का संचालन प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी बी के सिंह ने किया. ईसीआरकेयू की ओर से महामंत्री एस एन पी श्रीवास्तव, अपर महामंत्री सह धनबाद मंडल पी एन एम इंचार्ज मो ज़्याऊद्दीन तथा अन्य केन्द्रीय पदाधिकारियों ने कर्मचारियों से जुड़े कई मुद्दों को जोरदार तरीके से रखा. जैसे रनिंग स्टाफ के लांग ड्यूटी आवर, 36 घंटों में मुख्यालय वापसी, सब्सिडाइज्ड मील की गुणवत्ता में सुधार, वर्तमान क्रू लिंक की विषमता आदि तमाम रनिंग स्टाफ से संबंधित मुद्दों को मजबूती से उठाया गया. लचर प्रशासनिक व्यवस्था की ईसीआरकेयू द्वारा कड़ी आलोचना की गई. महाप्रबंधक ने अलग से इस मुद्दे पर प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक और प्रमुख मुख्य विद्युत अभियंता के साथ ईसीआरकेयू की संयुक्त बैठक कर निदान का आश्वासन दिया.
सभी उचित मांगों पर मिला सकारात्मक भरोसा
ट्रेन लाईटिंग के कैडर को यांत्रिक विभाग से अलग कर वापस विद्युत सामान्य विभाग में रखने के मुद्दे को जोरदार तरीके से रखा गया और मांग की गई कि रेलवे बोर्ड के दिशा निर्देश के अनुसार सभी जोन्स में यह काम कर दिया गया है. ऐसी स्थिति में पूर्व मध्य रेलवे प्रशासन द्वारा इस मामले को विलंबित किया जाना असंतोष को बढ़ा रहा है. महाप्रबंधक ने इस मामले पर त्वरित व सकारात्मक समाधान का आश्वासन दिया. कैरेज विभाग में रैक मेंटेनेंस में या अन्य जगह मटेरियल की कमी को भी रखा गया,संबंधित अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही इसका नियमन कर दिया जाएगा. छपरा रनिंग रूम के कुव्यवस्था के अंतर्गत समय पर बेड न मिलना, खाना खराब मिलना आदि को रखा गया, जिस पर महाप्रबंधक एवं प्रमुख मुख्य विद्युत अभियंता ने उच्चस्तरीय अधिकारियों की एक टीम को उत्तर पूर्व रेलवे मुख्यालय भेज कर निदान का आश्वासन दिया. पूर्व मध्य रेलवे के सभी मंडलीय अस्पतालों में व्यवस्था दुरुस्त करने, डॉक्टरों तथा दवाओं की कमी, कैथलाग की सुविधा व अन्य स्टाफ की कमी व पैथोलॉजी, एम्बुलेंस आदि तमाम सुविधाओं को दुरुस्त करने की मांग रखी गई, जिस पर मुख्य चिकित्सा निदेशक ने त्वरित निदान का आश्वासन दिया.
पतरातू रेलवे हॉस्पिटल भी रहा निशाने पर
पतरातू रेलवे हॉस्पिटल में आवश्यक सुविधाओं को उपलब्ध कराने की मांग रखते हुए इसे पूरी तरह उप मंडलीय अस्पताल के रूप में विकसित करने की मांग रखी गई. रेलवे से इम्पैनल्ड हॉस्पिटल में कैशलेस सुविधा के बाद भी रेलकर्मियों से पैसे लिए जाने के मामलों और आऊटडोर सुविधाओं में सी जी एच एस निर्देशों के तहत रियायत नहीं दिए जाने के मामलों को भी जोरदार तरीके से महामंत्री तथा अपर महामंत्री ने उठाया. उक्त मामलों में मुख्य चिकित्सा निदेशक ने आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिया. रेल आवास के मरम्मती तथा कालोनियों की साफ सफाई की समस्याओं को ईसीआरकेयू के केन्द्रीय पदाधिकारियों द्वारा बैठक में रखा गया और मांग की गई कि जो मेंटेनेंस व स्वच्छता अधिकारियों के आवासों में होती है, वैसी ही रेल कर्मचारियों के आवासों में भी उपलब्ध कराई जानी चाहिए. क्या फंड की कमी सिर्फ कर्मचारियों के लिए ही है, अधिकारियों के लिए नही ? इस मुद्दे पर महाप्रबंधक ने कालोनी इम्प्रुवमेंट कमिटी में ईसीआरकेयू तथा अन्य एसोसिएशन के साथ संयुक्त निरीक्षण के पश्चात मिले सामुहिक सुझाव पर समाधान का आश्वासन दिया. रेलकर्मियों के लिए कैशलेस ट्रीटमेंट की सुविधा मे विस्तार करते हुए और भी विशेषज्ञ अस्पतालों के साथ अनुबंध करने का सुझाव ईसीआरकेयू द्वारा दिया गया.
पैथोलॉजी सुविधा में सुधर का मिला भरोसा
पैथोलॉजी सुविधा को बेहतर बनाने के मुद्दे पर 46 लाख का डायरेक्ट डिजिटल एक्सरे का मशीन मंडलीय रेलवे अस्पताल, दानापुर में प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराने का आश्वासन प्राथमिकता के आधार पर मुख्य चिकित्सा निदेशक द्वारा दिया गया. ईसीआरकेयू द्वारा मेडिकल कर्मियों को राष्ट्रीय अवकाश भत्ता तथा रात्रि भत्ते के नियमित भुगतान के सुझाव को मुख्य चिकित्सा निदेशक द्वारा स्वीकार करते हुए इसे नियमित करने का आश्वासन दिया गया.
इसके अतिरिक्त कई मुद्दों पर चर्चा की गई, जिन पर सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन महाप्रबंधक व संबंधित विभागों के प्रमुख अधिकारियों द्वारा दिया गया. यह जानकारी जोनल सेक्रेटरी ओ पी शर्मा तथा मीडिया प्रभारी एन के खवास के माध्यम से दी गई.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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