टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-उत्तरकाशी की अंधेरी सुरंग में 41 मजदूरों ने 17 दिन की जिंदगी की जंग लड़कर बाहर आए. उनकी बहादुरी को सलाम की जा रही थी . इसके साथ ही पूरा देश उनकी सलामती की दुआ के लिए मंदिर-मस्जिद-गुरुद्वारों के दर पर सर झुकाएं हुए थे. काफी मश्शकत, जद्दोजहद और दिन-रात की अथक मेहनत के बाद बेशकीमती जिंदगियां बची. इस हादसे में झारखंड के भी 15 मजदूर जूझ रहे थे, जिनकी जान बच गई. हेमंत सरकार एयरलिफ्ट कर रांची लायेगी. यहां मजदूरों की जान हिफाजत के लिए सरकार, प्रशासन से लेकर मुलाजिम तक लगे थे. लेकिन झारखंड के ही पांच मजदूर साउद अरब में फंसे हुए और घुट-घुट कर मर रहे हैं. इनलोगों ने भारत औऱ झारखंड सरकार से वतन वापसी की गुहार वीडियो के जरिए की है.
दाने-दाने को मोहताज मजदूर
वीडियो में इन मजदूरों ने अपनी दर्दनाक दास्त बंया करते हुए बताया कि पिछले आठ महीने से कंपनी की तरफ से वेतन नहीं दिया गया है. जिसके चलते दाने-दाने को मोहताज है. कंपनी की बेरुखी भरे रवैये का जिक्र करते हुए श्रमिकों ने बताया कि विजा की अवधि समाप्त हो गयी है, इसके बावजूद इसे आगे नहीं बढ़ाया गया है. ये पांचो मजदूर 28 मार्च 2023 को अल मुरब्बा अल हादी कंपनी में ट्रांसमिशन लाइन में काम करने के लिए साउदी अरब गये थे. लेकिन, जो दिल मे ख्वाहिशे रोजी-रोटी कमाने और सुकून भरी जिंदगी की थी. वो वहां जाते ही दफन हो गयी. अब तो जीवन बचाने की जद्दोजहद हो गयी है. .
गिरिडीह, बोकारो और हजारीबाग के रहने वाले
वतन वापसी की गुहार लगा रहे पांच मजदूरों में बोकारो, हजारीबाग के दो-दो मजदूर हैं.जबकि एक गिरिडीह के निवासी है. गिरिडीह के सरिया प्रखंड के कुसमाडीह पंचायत के रहने वाले जगदीश महतो साउदी में फंसे हैं. वही, बोकारो जिले के पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र की पेंक पंचायत के निवासी जीवलाल महतो और विरेन्द्र महतो भी शामिल हैं. हाजरीबाग जिले से भी दो मजदूर चिंतमन महतो और विनोद महतो भी साउदी अरब गये थे, जो विष्णुगढ़ थाना के अधीन आने वाले चानो पंचायत के रहने वाले बताए जा रहे हैं.
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