रांची(RANCHI): झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की 56 लाख लाभुक अब और भी मालामाल होने वाली हैं. सरकार 2,500 रुपये को कैसे 25 हजार में बदले इसे लेकर तैयारी कर रही है. महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में दिन-रात काम किया जा रहा है. पहले मंईयां को सम्मान और अब स्वावलंबी बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा सकता है. एक सपना झारखंड के मुख्यमंत्री का है जिसमें हर घर खुशहाल हो. बेटी का सम्मान हो और वह किसी पर निर्भर न रहे.
जिस तरह पहले सरकार ने एक हजार रुपए और फिर उसे बढ़ाकर 2,500 रुपये देने का वादा पूरा किया. अब सरकार समूह से महिलाओं को जोड़ कर उनके इनकम को और बढ़ाने की भी कोशिश करने वाली है. 2,500 रुपये से शुरुआत कर 25 हजार तक कैसे महिला पहुंचे इस पर अब काम किया जा रहा है. यही वजह है कि JLPS के जरिए महिलाओं को जोड़ कर उनके ज़िंदगी को बदलने की तैयारी है. इसे लेकर मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने दावा किया कि झारखंड में एक नजीर के तौर पर मंईयां योजना है और आने वाले दिनों में बेटी-बहन की इनकम बढ़ेगी.
मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मंईयां सम्मान योजना की लाभुकों को स्वयं सहायता समूह से जोड़ने के लिए जेएसएलपीएस को निर्देशित किया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 56 लाख महिलाओं के खाते में मंईयां सम्मान योजना के तहत प्रत्येक महीने 2500 रुपए भेजी जा रही है. यह राशि कैसे आर्थिक गतिविधियों में महिलाएं इस्तेमाल करें इसके लिए जेएसएलपीएस को निर्देश दिया गया है कि मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों को समूह से जोड़ा जाए ताकि वह आर्थिक स्वावलंबन की तरफ अगला कदम बढ़ा सके.
साफ तौर पर देखें तो मंईयां सम्मान योजना देश की सबसे बड़ी योजना है. इस योजना से 56 लाख 61 हजार लाभुक महिलायें जुड़ी हुई हैं. हालांकि, अभी भी कई ऐसी लाभूक हैं जिनका आवेदन किसी वजह से नहीं हुआ है लेकिन उन्हें भी जोड़ने की तैयारी चल रही है. साथ ही महिलाओं को आगे लाने की एक सबसे अलग सोच सीएम हेमंत सोरेन की है.
रिपोर्ट: समीर हुसैन
4+