रांची(RANCHI): झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी आए दिन राज्य सरकार की खामियों को लेकर बयान जारी करते रहते हैं. कभी मंईयां सम्मान योजना को लेकर तो कभी रोजगार को लेकर बाबूलाल मरांडी हेमंत सरकार को आड़े हाथ लेते रहते हैं. ऐसे में आज एक बार फिर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने हेमंत सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने राज्य के महत्वपूर्ण आयोग झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) और झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) में खाली पड़े अध्यक्ष पद को लेकर अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर ट्वीट किया है.
बाबूलाल मरांडी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा है कि, ‘छात्रहित और रोजगार सृजन किसी भी सरकार की सबसे पहली प्राथमिकता होनी चाहिए. लेकिन झारखंड के छात्रों का दुर्भाग्य है कि उनका भविष्य अधर में लटक गया है. जैक (JAC) अध्यक्ष का पद रिक्त होने के कारण करीब 21 लाख छात्र, जिनकी मैट्रिक-इंटर और अन्य बोर्ड परीक्षाएं तय समय पर होनी चाहिए थीं, वे अब बाधित हो सकती हैं. ऐसे में यदि समय पर परीक्षाएं नहीं हुईं तो छात्रों को अगले शिक्षण सत्र में नामांकन लेने में भी काफी परेशानी होगी.’
इसी तरह, JPSC अध्यक्ष का पद भी पिछले वर्ष अगस्त से रिक्त है. जिससे कई महत्वपूर्ण परीक्षाएं लंबित हैं. हजारों अभ्यर्थी मानसिक और आर्थिक दबाव में हैं. वर्षों की मेहनत और तैयारी के बावजूद ये अभ्यर्थी अपने भविष्य को लेकर असमंजस में हैं.
अपने ट्वीट में आगे बाबूलाल मरांडी ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह किया है कि सरकार छात्रहित में इन रिक्त पड़े पदों पर जल्दी से जल्दी नियुक्ति सुनिश्चित करें.
जैक (JAC) अध्यक्ष का पद रिक्त होने के कारण लाखों छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। करीब 21 लाख छात्र, जिनकी मैट्रिक-इंटर और अन्य बोर्ड परीक्षाएं तय समय पर होनी चाहिए थीं, वो जैक अध्यक्ष का पद रिक्त होने की वजह से बाधित हो सकती है। यदि समय पर परीक्षाएं नहीं हुईं, तो छात्रों को…
— Babulal Marandi (@yourBabulal) January 28, 2025
बता दें कि, JAC व JPSC दोनों के अध्यक्ष पद रिक्त हैं. अभी तक इन दोनों आयोग के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति नहीं की गई है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल के अध्यक्ष का पद तो अभी हाल में ही खाली हुआ है. लेकिन पिछले 6 महीनों से झारखंड लोक सेवा आयोग का पद खाली है.
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