डॉक्टर पदस्थापित है दुमका में और ऑपरेशन करते हैं धनबाद के नर्सिंग होम में,मरीज की मौत के बाद जानिए कैसे हुआ खुलासा


धनबाद (DHANBAD) : मरीज की लाश पड़ी हो और डॉक्टर पुलिस के सामने एक दूसरे पर फेकाफेकी कर रहे हो, तो इसे क्या कहा जाएगा.डॉक्टर पदस्थापित है दुमका मेडिकल कॉलेज में और ऑपरेशन कर रहे हैं. धनबाद के नर्सिंग होम में, इसे भी आप क्या कहेंगे .ऐसा ही कुछ मामला धनबाद में शुक्रवार को सामने आया है. धनबाद के भेलाटांड़ में शिवम अस्पताल में एक महिला मरीज की मौत के बाद काफी हंगामा हुआ. हंगामे पर जब पुलिस पहुंची तो डॉक्टर एक दूसरे पर फेका फेकी करने लगे. पुलिस ने जब पूछताछ शुरू की तो डॉक्टर जयंत चक्रवर्ती ने कहां की मैं सर्जन हूं और दुमका मेडिकल कॉलेज में पदस्थापित हूं. डॉक्टर शाहबाज पर एनएसथीसिया मेंटेन करने और मरीज को होश में रखने की जिम्मेवारी थी. हालांकि बाद में डॉक्टरों ने यह कह कर अपने को बचाने की कोशिश की कि ऑपरेशन के बाद हार्ट अटैक होने के कारण महिला की मौत हुई है. वह हृदय रोग की मरीज थी. शिवम अस्पताल में का ऑपरेशन किया गया, हालत बिगड़ने के बाद उसे धनबाद के एसएन एमएमसीएच में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. उसके बाद तो परिजन लाश को शिवम अस्पताल परिसर में रखकर हंगामा शुरू कर दिए. शिवम अस्पताल के संचालक सहित अन्य लोग भी अपने अस्पताल पहुंचे .पुलिस भी पहुंच गई. वार्ता शुरू हुई, कई दौर की वार्ता के बाद परिजनों को दो लाख बीस हजार देने पर सहमति बनी. उसके बाद मामला शांत हुआ.
मौत के बाद हंगामा
परिजनों के अनुसार जामताड़ा जिले के कर्माटांड़ थाना क्षेत्र के सकल पुर गांव की 42 वर्षीय मुसनी देवी को थायराइड के ऑपरेशन के लिए भर्ती कराया गया था .उसके एक रिश्तेदार के कहने पर उसे शिवम अस्पताल में 29 मार्च को भर्ती कराया गया था. अस्पताल प्रबंधन ने ₹40000 का पैकेज दिया था. परिजनों ने ₹20000 जमा भी कर दिए थे. 30 मार्च की दोपहर 3 बजे मरीज को ऑपरेशन के लिए ले जाया गया .इस महिला को लगभग 9बजे रात को निकालकर अस्पताल संचालक SNMMCH ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद तो हंगामा शुरू हो गया. परिजन लाश को लेकर शिवम अस्पताल पहुंचे और ऑपरेशन में लापरवाही का आरोप लगाने लगे. उसके बाद राजनीतिक दल के नेता भी पहुंच गए .नेताओं ने दोनों पक्षों में बातचीत कराई और मुआवजा की घोषणा होने के बाद मामला शांत हुआ .तत्काल परिजनों को ₹20000 दिए गए, बाकी रकम सोमवार को देने की बात कही गई है. इसके बाद परिजन शव को लेकर चले गए.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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