गुमला में रामनवमी जुलूस नहीं निकाले जाने के फैसले के बाद बढ़ा विवाद, आज प्रशासन ने फिर बुलायी है बैठक

टीएनपी डेस्क: गुमला जिले के घाघरा में रामनवमी जुलूस नहीं निकाले जाने के फैसले के बाद विवाद बढ़ता जा रहा है. इस मामले को सलटाने को लेकर आज शाम चार बजे से घाघरा थाना परिसर में शांति समिति की बैठक बुलायी गई है. विगत सात दशकों से रामनवमी का जुलूस घाघरा में अनवरत निकाला जाता रहा है, लेकिन इस वर्ष केंद्रीय महावीर मंडल ने जुलूस नहीं निकालने और किसी भी प्रकार के मेले या समारोह का आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया है. यह निर्णय रविवार को हाईस्कूल मैदान में आयोजित बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया।.
पुलिसिया कार्रवाई के भय से केंद्रीय महावीर मंडल ने जुलूस नहीं निकालने का लिया निर्णय
बैठक में चर्चा के दौरान महावीर मंडल के सदस्यों ने बताया कि दुर्गा पूजा के दौरान चंदा विवाद से जुड़े एक प्रकरण में पुलिस की कथित द्वेषपूर्ण कार्रवाई के कारण लोग भयभीत हैं. पुलिस द्वारा वीडियो फुटेज में दिखने वाले सभी लोगों को आरोपी बनाए जाने से नाराज महावीर मंडल के सदस्यों ने शांति समिति की बैठकों में शामिल न होने का भी फैसला किया है. बैठक में महावीर मंडल सदस्यों ने आरोप लगाया कि पिछली घटना पुलिस की लापरवाही के कारण घटी थी. उन्होंने कहा कि थाने में जब्त सामग्री सुरक्षित स्थान पर नहीं रखी गई थी. इससे विवाद उत्पन्न हुआ. साथ ही पुलिस अधिकारी सादे लिबास में घटनास्थल पर पहुंचे थे. महावीर मंडल सदस्यों ने यह भी कहा कि असली दोषियों पर कार्रवाई करने के बजाय कई निर्दोष लोगों को फंसाया जा रहा है. रामनवमी के जुलूस के दौरान पारंपरिक हथियारों के साथ श्रद्धालु शामिल होते हैं. ऐसे में किसी भी तरह की अनहोनी की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता.
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