रांची(RANCHI): झारखंड सरकार ने आखिरकार तय कर लिया है कि स्कूल के टीचर यानी मास्टर साहब को सिर्फ पढ़ाना होगा. कोई अन्य काम नहीं करना होगा. उन्हें गैर शैक्षणिक कार्यों से अलग कर दिया गया है. यह मामला काफी दिनों से चला रहा था. शिक्षक जनगणना, पशु गणना,वोटर लिस्ट पुनरीक्षण,कार्य मध्यान भोजन व्यवस्थित करना जैसे अनेक काम करते थे. अब उन्हें यह काम नहीं करना पड़ेगा.
भाजपा के बिरंची नारायण ने सरकार से यह पूछा था कि क्या शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करवाने का विचार रखती है. इस पर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की ओर से लिखित रूप में जवाब आया है. सरकार के जवाब में कहा गया है कि 7 दिसंबर 2022 को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मैं इस संबंध में निर्देश दे दिया है कि शिक्षकों को निर्वाचन कार्य से अलग रखा जाए. इसके अलावा अन्य कार्य भी नहीं करेंगे जो अध्यापन से जुड़ा हुआ नहीं है.
शिक्षकों को गैर शैक्षणिक और लिपिकीय कार्य से मुक्त रखा जाएगा
वैसे शिक्षकों की मांग बहुत पुरानी थी. 2015 में ही मुख्य सचिव के स्तर से इस संबंध में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को पत्र लिखकर इस संबंध में अग्रसर कार्रवाई करने को कहा था. इसके आधार पर पिछले 7 दिसंबर को यह पत्र जारी कर दिया गया है. इस पत्र में साफ निर्देश है कि शिक्षकों को गैर शैक्षणिक और लिपिकीय कार्य से मुक्त रखा जाएगा.
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