रांची(RANCHI): यह सवाल तो लोग पूछ रहे हैं कि लोबिन हेंब्रम जैसा बड़ा नेता का भाजपा में मिलन समारोह इतना ठंडा क्यों हुआ. जबकि दूसरी तरफ चंपाई सोरेन का इतना बड़ा स्वागत किया गया. लोबिन हेम्ब्रम भी संथाल परगना के बड़े नेता रहे हैं. दोनों एक ही पार्टी से आए हैं. शनिवार को भाजपा में शामिल हुए. प्रदेश कार्यालय में मिलन समारोह का आयोजन किया गया. मिलन समारोह में बड़े नेता का भी अभाव था.
चंपाई सोरेन का भाजपा में मिलन समारोह कैसा रहा था
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री झारखंड की मुखिया के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन शुक्रवार को बड़े ही धूमधाम और गर्म जोशी से भाजपा में शामिल हुए. कोल्हान क्षेत्र से हजारों की संख्या में उनके समर्थक भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए. भाजपा की ओर से असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्वा सरमा,केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, झारखंड बीजेपी प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेई, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ जैसे बड़े नेता इस कार्यक्रम में शामिल हुए. बाबूलाल मरांडी तो अध्यक्ष हैं. इसलिए उनका कल के कार्यक्रम और आज के कार्यक्रम में होना कोई विशेष बात नहीं है. उन्हें तो रहना ही था. यह अलग बात है कि चंपाई सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. उनका कद दूसरे की तुलना में बड़ा है.
लोबिन हेम्ब्रम के भाजपा में मिलन समारोह के बारे में भी जानिए
शनिवार को लोबिन हेंब्रम का प्रदेश भाजपा कार्यालय में मिलन समारोह हुआ. सामान्य रूप से वे कुछ लोगों के साथ प्रदेश कार्यालय पहुंचे. बाबूलाल मरांडी और असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्वा सरमा की मौजूदगी में उन्हें शामिल कराया गया. ज्यादा ताम झाम नहीं रहा.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि एक आंख में सूरमा और एक आंख में काजल जैसा कथित रूप से भेदभावपूर्ण व्यवहार किया गया. लोबिन हेंब्रम जैसे बड़े नेता के रूप में जाने जाते हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा में उनका बड़ा सम्मान रहा है. उनका इस तरह से स्वागत किया गया. मनोज पांडे कहा कि भाजपा आदिवासी नेताओं का इसी तरह से अपमान करती है. आने वाले समय में चंपाई सोरेन और लोबिन हेंब्रम को भाजपा का असली चेहरा पता चल जाएगा.
भाजपा ने जेएमएम के आरोप को गलत ठहराया
भारतीय जनता पार्टी ने जेएमएम के आरोप को गलत ठहराया है. पार्टी के प्रवक्ता अविनेश कुमार ने कहा कि ऐसा नहीं है. कार्यक्रम अलग-अलग तय हुआ था. जिस रूप में इन दोनों ने कार्यक्रम को रखा,उसी तरह का कार्यक्रम हुआ. कहीं से भी भेदभाव करने का मामला नहीं है. दोनों ही नेता बड़े सम्मानित हैं. भाजपा में आए हैं तो पार्टी मजबूत होगी.
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