शाबाश सूरज: 18 किमी साइकल चलाकर जाता था पढ़ने, JAC 12वीं में बना देवघर जिला टॉपर
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देवघर (DEOGHAR) : झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा आज इंटरमीडिएट का रिजल्ट जारी किया गया. विज्ञान संकाय में देवघर जिला के प्लस टू उत्क्रमित उच्च विद्यालय केंदुआ का छात्र सूरज कुमार 470 नंबर लाकर जिला का टॉपर बना. वहीं सूरज विज्ञान संकाय में पूरे राज्य भर में नौवां स्थान प्राप्त किया. इसकी इस उपलब्धि पर इसके परिजनों सहित इसके साथी और आसपास के लोगों में भी खुशी है. सूरज बड़ा होकर इंजीनियर बनना चाहता है. गौरतलब है कि सूरज के पिता पंचानन मंडल लोहा,चदरा और स्टील का गेट ग्रिल बनाया करता है. इसके पिता ने भी सूरज की उपलब्धि पर हर्ष जताया है. सूरज के जिला टॉप होने पर पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई है. इसको बधाई देने वालों का इसके घर पर तांता लगा हुआ है.
साइकिल से 18 किलोमीटर अपने घर से दूर जाता था पढ़ने
कड़ी मेहनत का फल हमेशा मीठा होता है. जो आज देवघर के देवीपुर निवासी 12वीं उत्तीर्ण छात्र सूरज कुमार ने साबित किया है.सूरज अपने घर से पढ़ने के लिए ठंडा, गर्मी,बरसात कोई भी मौसम हो प्रतिदिन 18 किलोमीटर जाता था और पढ़कर 18 किलोमीटर साइकिल से ही वापस घर आता था. फिर वह चार से पांच घंटा अपने पढ़ाई में मगन रहता था. यही कारण है कि वह कम संसाधन के बावजूद जिला का टॉपर बना. सूरज 12वीं कक्षा का साइंस का विद्यार्थी था. जैक द्वारा जारी रिजल्ट में वह जिला का टॉपर ही नहीं बल्कि राज्य में नौवां स्थान लाकर जिले का मान बढ़ाया.सूरज आगे जाकर एक कुशल इंजीनियर बनना चाहता है. ताकि अपने हुनर से देश विदेश में नाम कमा सके. छोटे से गांव का रहने वाला सूरज के हौसले बुलंद हैं. उसके उत्तीर्ण होने पर उनके परिजन ही नहीं आसपास के लोग भी उसका मुंह मीठा करा रहे हैं. वाकई एक मध्य से माध्य परिवार में जन्मे सूरज अपनी कड़ी मेहनत से जो मुकाम कम संसाधन रहते हुए हासिल किया है, वह उसकी कड़ी मेहनत की देन है. हमारी ओर से भी उसको उसके उज्जवल भविष्य की कामना की जाती है. एक छोटे से गांव का बच्चा अपने गांव सहित देश-विदेश में नाम करें. सूरज की सफलता का प्रेरणा उन सभी छात्रों को लेनी चाहिए जो काम या अधिक संसाधन रहने के बावजूद भी पढ़ाई से मुंह मोड़ लेते हैं.
रिपोर्ट. रितुराज सिन्हा
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