लोहरदगा के सरकारी विद्यालयों में मिलने वाले बासी भोजन से विद्यार्थी परेशान, खाने से तबीयत बिगड़ने के साथ-साथ पेट दर्द की समस्या

घंटी बजने के बाद दोपहर में बच्चे अपने कक्षाओं से बाहर नहीं आना चाहते, क्योंकि बाहर आने का मतलब ही होता है दोपहर का भोजन करना, सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली ये बच्चियां एमडीएम के भोजन को किसी भी रूप में पसंद नहीं करती,

लोहरदगा के सरकारी विद्यालयों में मिलने वाले बासी भोजन से विद्यार्थी परेशान, खाने से तबीयत बिगड़ने के साथ-साथ पेट दर्द की  समस्या