झारखंड में हुई सख्ती, अगर बिजली चोरी करते पकड़े गए तो क्यों जाना होगा पांच साल के लिए जेल, पढ़िए विस्तार से


धनबाद(DHANBAD): झारखंड में अभी 200 यूनिट तक बिजली निशुल्क है. इधर, बिजली दर में भारी बढ़ोतरी का भी प्रस्ताव है. इस बीच झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड ने अखबारों में एक सूचना जारी की है और लोगों से अपील की है कि राज्य के सभी 24 जिलों के शहरी- ग्रामीण फैक्ट्री, छोटी-बड़ी दुकानों एवं अन्य सभी उपभोक्ताओं द्वारा अगर बिजली चोरी की जा रही है, तो इसकी सूचना व्हाट्सएप के द्वारा महाप्रबंधक (एंटी पावर थेफ्ट) के मोबाइल नंबर 9431135515 पर दे सकते है. सूचना देने वालों का नाम एवं मोबाइल नंबर गुप्त रखा जाता है. सूचना में यह भी कहा गया है कि वित्तीय वर्ष 25- 26 में अप्रैल से अक्टूबर तक कुल 18,830 परिसर पर बिजली चोरी का मामला दर्ज किया गया है.
फिलहाल महीने में पांच दिन चलता है अभियान
जिसमें हुक लगाकर, मीटर बाईपास कर, मीटर के साथ छेड़छाड़ कर बिजली चोरी करते पाए गए है. यह भी कहा गया है कि मुख्यालय स्तर से महीने में करीब 5 दिन बिजली चोरी के खिलाफ अभियान चलाया जाता है. चोरी पकडे जाने पर विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज, जुर्माना वसूली, कनेक्शन काटने और अधिकतम 5 साल की सजा का प्रावधान है. झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड अब बिजली चोरी के खिलाफ सख्त हो गया है. इधर, झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड ने विद्युत नियामक आयोग में टेरिफ बढ़ाने की याचना दायर की है. इसमें 60% तक बिजली दर बढ़ोतरी का प्रस्ताव किया गया है. निगम ने डोमेस्टिक कंज्यूमर की बिजली दरों के साथ फिक्स चार्ज में भी बढ़ोतरी की मांग की है.
शहरी और ग्रामीण इलाकों की बिजली दर लगभग बराबर हो सकती है
घरेलू उपभोक्ताओं की बिजली दर प्रति यूनिट 6.8 5 रुपये से बढ़ाकर 10.30 रुपए और ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए 6.70 रुपए से बढ़ाकर 10.20 रुपए करने का प्रस्ताव दिया है. वहीं, औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए बिजली दर 9.10 रुपए करने की मांग की है. खैर, अब ऐसा लगने लगा है कि जिनकी खपत प्रति महीने 200 यूनिट से अधिक होगी झारखंड में बिजली, उपभोक्ताओं पर भारी बोझ बनने वाली है. दूसरी ओर निगम सार्वजनिक सूचना जारी कर लोगों से अपील कर है कि ,वह तो बिजली चोरी के खिलाफ कार्रवाई कर ही रहा है, लेकिन आम जन भी इसकी सूचना दे सकते है. उनकी सूचना गुप्त रखी जाएगी.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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