धनबाद(DHANBAD): शहर में अभी अतिक्रमण के खिलाफ महाअभियान चल रहा है. निर्धारित जगह से अधिक जगह घेरने वालों के निर्माण को तोडा जा रहा है. जहां-जहां तोड़ा गया है, वहां की सड़कें चौड़ी भी हो गई है. लेकिन इस अभियान के बाद सड़कें इसी तरह चौड़ी रहेगी, इसकी गारंटी कौन देगा. नगर निगम के अभियान पर सवाल करते हुए लोगों का कहना है कि नगर निगम अभियान तो चलाता है, लेकिन उसके बाद उस अभियान के रिजल्ट को फॉलो नहीं किया जाता. नतीजा होता है कि फिर से अतिक्रमण हो जाता है. पुराना बाजार का उदाहरण लोगों की जुबान पर है. लोग बताते हैं कि 3 महीने पहले पुराना बाजार से अतिक्रमण हटाया गया था.
पुरानी बाजार में फिर वही हालत
वहीं, अब फिर पुराना बाजार की स्थिति वैसी ही बन गई है. सड़कों पर अतिक्रमण कर लिया गया है और आज पहले से भी खराब स्थिति है. दुकानदार मानते नहीं है, नतीजा होता है कि जो स्थाई दुकानें हैं, उनका व्यवसाय भी प्रभावित होता है. हालांकि, पुराना बाजार के दुकानदारों पर यह भी आरोप है कि पैसा लेकर अपनी दुकानों के आगे अस्थाई दुकान लगवाते है. जिस कारण भी जाम की स्थिति अधिक होती है. इस संबंध में पुराना बाजार चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अजय नारायण लाल ने कहा कि नगर निगम को सुविधा देने में नहीं, सिर्फ टैक्स वसूली में इंटरेस्ट है. पुराना बाजार पानी टंकी से लेकर रेलवे फाटक तक अतिक्रमण के कारण सड़के चलने लायक नहीं है. इस संबंध में पुलिस अधिकारियों को कई बार पत्र लिखा गया, आश्वासन मिला कि परमानेंट ट्रैफिक पुलिस की तैनाती कर दी जाएगी, लेकिन कुछ नहीं हुआ.
ऑटो और टोटो वालों पर नहीं है कोई नियंत्रण
वहीं, नतीजा है कि ऑटो और टोटो वाले अपने मन की ही करते हैं, वही बैंक मोड़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष प्रभात सुरोलिया का कहना है कि दुकानदारों को यह समझना होगा कि अतिक्रमण से उन्हीं का व्यवसाय प्रभावित हो रहा है. निगम के अधिकारियों को भी सचेत और चौकस रहना होगा. निगम कचरा तो उठाता नहीं है, अतिक्रमण हटाता भी है तो पूरे मनोयोग से नहीं. नतीजा है कि अतिक्रमण और गंदगी बाजारों को परेशान किए हुए है. निगम को चाहिए कि अस्थायी दुकानदारों के लिए वेंडिंग जोन बनाकर उन्हें शिफ्ट करे. ऐसा नहीं करने पर वह तो पेट के लिए सड़क पर दुकान लगाएंगे ही. कुल मिलाकर इसके लिए ठोस पहल करने की जरूरत है. नगर आयुक्त का कहना है कि जहां जहां से अतिक्रमण हट रहा है वहां जमीन पर पेवर ब्लॉक बिछा दिया जाएगा ताकि राहगीरों को कोई कठिनाई नहीं हो. सवाल है कि ऐसी घोषणाएं क्या पहले नहीं हुई है.
रिपोर्ट: शाम्भवी सिंह/संतोष, धनबाद
4+