धनबाद(DHANBAD): झारखंड की शेष बची हुई सीटें महत्वपूर्ण है. ये सीटें इंडिया गठबंधन के लिए भी जरूरी है, तो एनडीए के लिए भी. नतीजा है कि सभी दलों के स्टार प्रचारकों ने कोयलांचल से लेकर संथाल तक ताकत झोंक रखी है. कोयलांचल और संथाल परगना की सीटें हमेशा से झारखंड की सत्ता में अहम रोल निभाती हैं. इस वजह से सबकी नजर इन सीटों पर गड़ी हुई है. शुक्रवार को तो स्टार प्रचारक इन इलाकों में थे ही, शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गिरिडीह में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे. तो कल्पना सोरेन बेरमो में चुनावी सभा को संबोधित करेंगी. असम के मुख्यमंत्री हिमांता विश्व शरमा धनबाद में रहेंगे. वह बेरमो भी जाएंगे.
निर्दलीय प्रत्याशी रोहित यादव के समर्थन में भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह ने किया रोड शो
शुक्रवार को तो 2024 के चुनाव में धनबाद में पहली बार भोजपुरी फिल्म एक्ट्रेस अक्षरा सिंह ने बाघमार में रोड शो किया. निर्दलीय प्रत्याशी रोहित यादव के समर्थन में यह कार्यक्रम हुआ. अभी तक किसी भी राजनीतिक दल ने फिल्म स्टारों की सभा धनबाद के विधानसभाओं में नहीं कराई है. हालांकि पहले ऐसा करने की परिपाटी थी. लेकिन इस बार रोहित यादव निर्दलीय के रूप में बाजी मारी है.
केंद्रीय रक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर झारखंडियों की प्रतिष्ठा पर दाग लगाने का लगाया आरोप
शुक्रवार को टुंडी में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जब-जब वोट प्रतिशत बढ़ा है, भाजपा के पक्ष में परिणाम आया है. पहले चरण के चुनाव में तीन प्रतिशत मतदान की वृद्धि संकेत दे रहा है कि झारखंड में एनडीए दो तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनाएगा. इसके बाद तो झारखंड में सरकार के संरक्षण में बसाए गए घुसपैठियों को देश से बाहर खदेडा जाएगा. उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर झारखंडियों की प्रतिष्ठा पर दाग लगाने का आरोप लगाया. कहा कि भ्रष्टाचार के आरोप में जेल गए और लोगों के बीच घूम-घूम कर खुद को महिमा मंडित कर रहे हैं. यह काफी शर्म की बात है. हेमंत सरकार में आदिवासियों की आबादी घट गई है. यह गंभीर चिंता का विषय है. उन्होंने सभा में चंपाई सोरेन का भी जिक्र किया.
धनबाद के राजगंज में खूब गरजी कल्पना सोरेन
इधर, धनबाद के राजगंज में झामुमो नेत्री कल्पना सोरेन ने कहा कि 20 वर्षों तक झारखंड की सत्ता पर भाजपा काबिज रही और उसने पिछड़ों का आरक्षण 27 फ़ीसदी से घटाकर 14 फ़ीसदी करने का काम किया. उन्होंने कहा कि झामुमो की सरकार आने के बाद पिछड़ों का आरक्षण 27 फ़ीसदी किया गया. आदिवासी सरना धर्म कोड विधानसभा में पास हुआ. विधानसभा से 1932 खतियान को पारित करके केंद्र को भेजा गया .उन्होंने कहा कि हमारी सरकार स्थानीयता, अगड़ा, पिछड़ा तथा सरना धर्म कोड को लागू करने के लिए लड़ाई लड़ रही है. पर बीजेपी इस पर कभी नहीं सोचती है.
संथाल परगना पर भाजपा की पैनी नजर
इधर, संथाल परगना में राहुल गांधी थे. बिहार के जमुई में प्रधानमंत्री सभा की लेकिन वहां भी टारगेट आदिवासी ही रहे. यह बात भी सच है कि झारखंड की सत्ता में आदिवासी आरक्षित 28 सीटों की बड़ी भूमिका होती है. 20 सीटों पर मतदान हो गया है. 8 सीट बचे हैं. कोयलांचल में तो 2019 में भाजपा के खराब प्रदर्शन के बाद भी सीटे ठीक-ठाक मिली थी. लेकिन इस बार भाजपा का संथाल परगना में विशेष जोर है .भाजपा को अगर संथाल परगना में अधिक सीट मिली तो सरकार बनाने में सहूलियत हो सकती है. वैसे कोल्हान में भी भाजपा ने काफी जोर लगाया था. वहां वोटिंग हो गई है. अब 23 नवंबर को पता चलेगा कि वहां के लोग किन के पक्ष में मतदान किया है.
कुल मिलाकर कहा जाए तो स्टार प्रचारकों का दौरा 18 नवंबर तक इसी तरह होते रहेंगे. 20 नवंबर को दूसरे और अंतिम चरण का मतदान होगा और 23 नवंबर को वोटो की गिनती होगी. फिर सब कुछ साफ हो जाएगा कि झारखंड में किसकी सरकार बन रही है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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