टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-आस्था एक ऐसी चिज है, जो जगह, हालात और दायरे नहीं देखती है. ये अन्तआत्मा की आवाज और श्रद्धा होती है, जो हर हालात में अपने आराध्य के प्रति समर्पित होती है. आस्था का महापर्व छठ में भी ऐसा ही देखा गया. यहां आस्था परिस्थितियों पर भारी दिखी. दरअसल, रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में भी कैदी छठ पूजा कर रहे हैं. एक से एक कुख्यात लोगो से जेल भरा पड़ा है. इसमे कई तो नामचीन आईएस अफसर औऱ रूतबे वाले लोग भी बंद है. लेकिन, अभी रांची जेल का माहौल त्योहार में बदल गया है. हर साल की तरह इस साल भी जेल में छठ पूजा का आयोजन हो रहा है.
छह कैदी कर रहें हैं छठ
रांची जेल में छह कैदी छठ मना रहे हैं. उनमें सितारा देवी, संतोषी देवी, ललिता देवी, सरिता देवी के अलावा कृष्णदेव महतो शामिल हैं. शुक्रवार को छठ व्रतियों को नहाय-खाय के लिए लौकी, कपड़ा, दूध, नारियल, सूप, फल, आदि पूजन सामग्री जेल प्रशासन की ओर से दिया गया है. इस त्योहार में छठ व्रतियों की मदद हर तरह से की जा रही है.
जेल के अंदर तालाब में दिया जायेगा अर्ध्य
सूर्य उपासना के इस पर्व में नदी किनारे अर्ध्य देने का रिवाज है. लिहाजा, इसे देखते हुए रांची जेल के अंदर ही अर्ध्य देने के लिए घाट बनाए गये हैं. तालाब के साथ ही सिरसोता का भी निर्माण कराया गया है. इस महापर्व में जेल में बंद दूसरे कैदी भी पूजा की तैयारियों में साथ-साथ अन्य चिजों में अभी अपना भरपूर सहयोग कर रहें हैं . छठ को लेकर हरके कैदी में उत्साह और आनंद देखा जा रहा है. जेल के अंदर परिसर रौशनी से जगमगा रहा है. जेल के अंदर बने छठ घाट औऱ जेल परिसर को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है. जेल प्रशासन आस्था के इस महापर्व को लेकर छठव्रतियों को किसी भी तरह की कोई कमी नहीं रख रहे हैं. सभी को हरसंभव मदद दी जा रही है. महापर्व के प्रसाद से लेकर पूजा समाग्री तक जेल प्रशासन ही मुहैया करा रहा है . आपको बता दे बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारागार में हर साल छठ मनाया जाता है औऱ जेल प्रशासन उसे पूरी मदद करता है.
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