Simdega: पुलिस बनी मित्र, बिछड़े विक्षिप्त को परिजनों से मिलाया


सिमडेगा(SIMDEGA): पाकरटांड पुलिस ने इंसानियत और कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल पेश कर यह साबित कर दिया है कि वास्तव में पुलिस मित्र है. पुलिस ने एक-दो महीनों से बिछड़े विक्षिप्त एक आदिवासी महिला को परिजनों से मिलाकर एक परिवार के चेहरे पर मुस्कान ला दी है. पुलिस के इस कार्य की लोगों ने प्रशंसा की है. खूंटी जिले के जरियागढ़ थाना क्षेत्र के डेडेमटोली निवासी इमानुएल होरो की बेटी सरोज होरो मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण घर से कहीं निकल गयी थी. गायब होने के बाद परिजनों ने उसकी हर संभावित स्थानों पर खोजबीन की, लेकिन कोई पता नहीं चला.
सरोज भटकते हुए पहुंच गई पाकरटांड
वहीं विक्षिप्त सरोज इधर-उधर भटकते हुए पिछले दो माह से पाकरटांड थाना क्षेत्र में भटक रही थी. वह टूटी-फूटी मुंडारी भाषा में कुछ बोल रही थी. उसे देख पाकरटांड थाना ने अपने थाना के कर्मी को बुलाकर उससे मुंडारी में बात कराई. बहुत मुश्किल से सरोज ने अपना गांव का नाम बताया. तत्पश्चात जरियागढ़ थाना प्रभारी से संपर्क कर उनके घर का पता किया और स्वयं खर्च कर वाहन से डेडेम टोली पहुंचाया. पाकरटांड थाना प्रभारी हेमकिशोर ने कहा कि एक छोटे से प्रयास से एक विक्षिप्त युवती को अपना परिजन मिल गया. सुपुर्दगीनामा लिख भाई बेंजामिन होरो को सुपुर्द कर दिया गया है.
रिपोर्ट: अमित रंजन, सिमडेगा
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