सिमडेगा(SIMDEGA):22 जनवरी के दिन श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला विराजेंगे.इस दिन का सभी को बेसब्री से इंतजार है. लगातार भक्तों में मंदिर के उद्घाटन की उत्सुकता बढ़ती जा रही है.साथ ही अयोध्या के अलावा भी पूरे देश के कोने-कोने में हर्षोल्लास देखने को मिल रहा है. वहीं श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से कुछ चुनिंदा लोगों को ही रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया जा रहा है.इस खास दिन के आयोजन में विश्व भर से लोग शरीक होंगे इस लिस्ट में विश्व विख्यात झारखंड के नागपुरी लोक गायक पद्मश्री मकुन्द नायक का नाम भी शामिल है.
भारतवर्ष ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में नागपुरी लोक गायकी का परचम लहराया
आपको बताये कि मकुन्द नायक का जन्म सिमड़ेगा जिले के कोलेबिरा प्रखंड के बोकबा गांव में 1949 में हुआ था.वे एक लोक गायक, गीतकार और नर्तक हैं. मकुन्द नायक नागपुरी लोक नृत्य झुमइर का प्रतिपादक हैं, उन्हें 2017 में पद्मश्री और 2019 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से नवाजा जा चुका है.इन्होंने पूरे भारतवर्ष ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में नागपुरी लोक गायकी का परचम लहरा दिया. मकुन्द नायक ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी विदेश में जाकर अपनी सुरीली आवाज का जादू बिखेरा है, और नागपुरी गीत और अखरा संस्कृति को विश्व पटल पर पहचान दिलाई है.
श्री रामधाम अयोध्या समिति से निमंत्रण मिलना गर्व की बात है- मकुन्द नायक
वहीं आमंत्रित पत्र स्वीकार किए जाने के संबंध में बड़े भावुक लहजे में मकुन्द नायक ने कहा कि श्री रामधाम अयोध्या समिति से निमंत्रण मिलना अपने आप में गर्व की बात है. बालकल से ही राम की महिमा और राम का गुणगान लोक गायिकी के माध्यम से हमेशा से करते रहा हूं, आज मैं जहां पहुंचा हूं उसमें हमारा गांव घर ,माय -माटी, हमारे क्षेत्र के लोग ,राज्य और देश के अलावा भगवान राम का आशीर्वाद है. लोकगीत की वजह से उन्हें रामलला से निमंत्रण आया है. अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को लेकर बताते हैं कि उन्हें बहुत खुशी व गर्व है. अयोध्या में जब उन्हें गाने का मौका मिलेगा तो निश्चित तौर पर झारखंड की परंपरा, संस्कृति, नागपुरी लोक संगीत, नृत्य आदि का प्रदर्शन करेंगे.
ग्रामीणों में उत्साह का माहौल
वहीं मकुन्द नायक के पोते बनफूल नायक ने कहा कि पद्मश्री मकुन्द नायक को आमंत्रण मिला है, गांव में बहुत खुशी और उल्लास का माहौल है. तमाम कलाकारों के बीच यह चर्चा का विषय है कि प्रभु श्री राम के दरबार में बुलावा आना लोक कलाकार ही नहीं पूरे कला के क्षेत्र के लिए बड़ी सम्मान की बात है. हम लोगों को अयोध्या पहुंचने का मौका नहीं मिला है, लेकिन हम लोग बहुत खुश हैं, हमारे लिए गौरव की बात है कि हमारे सुदूर गांव के प्रतिनिधि वहां प्रभु श्री राम के दरबार में जा रहे हैं इससे बड़ी गौरव की क्या बात हो सकती है.
ग्रमीणों ने कहा गांव में रहकर ही मनायेंगे दीवाली
वहीं उनकी पोती ने कहा हम नहीं जा रहे हैं, लेकिन मेरे दादाजी जा रहे हैं यह हमारे लिए सबसे बड़ी खुशी के बात है. हम गांव में ही भगवान श्री राम के अयोध्या में विराजमान होने पर दीपावली मनाएंगे.वहीं ग्रामीणों का कहना है कि आराध्य प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का सौभाग्य गुरुजी को मिल रहा है, जिसमें सिर्फ देश के चिन्हित लोग ही शामिल हो रहे हैं. यह हर्ष का पल है. हमलोग गांव में ही रहकर प्रभु श्री रामलला कभी दीप उत्सव दीप जलाकर मनायेंगे.
रिपोर्ट-अमित रंजन
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