देवघर(DEOGHAR):4 जुलाई से शुरू हो रहे श्रावणी मेलE की तैयारियां अंतिम चरण में है. झारखंड प्रवेश की ओर से मंदिर परिसर तक पथ को सुसज्जित किया जा रहा है. सुल्तानगंज स्थित उत्तरवाहिनी गंगा से कांवर में जल भर नंगे पांव 105 किलोमीटर की कठिन यात्रा कर बाबाधाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य और चिकित्सा संबंधी किसी तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े.
राजकीय श्रावणी मेला 2023 4 जुलाई से शुरु
इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 190 चिकित्सकों और 250 पारा मेडिकल स्टॉफ की प्रतिनियुक्ति की जाएगी. 24×7 स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पूरे मेला क्षेत्र में 31 स्वास्थ्य केंद्र बनाए गए है. जिनमे से 14 स्वास्थ्य केंद्र पर 2 से 10 बेड के अस्थाई अस्पताल की भी व्यवस्था की गई है. शहर के बीचोंबीच स्थित पुराना अस्पताल भवन में हाई टेक अस्थायी अस्पताल रहेगा. इसके अलावा बाहर से मंगाए गए.
स्वास्थ्य विभाग की मेले में अहम भूमिका
28 एम्बुलेंस और 108 एम्बुलेंस सहित 4 मोबाइल और 10 मोटरसाइकिल एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की गई है. मेला की जरूरतों को देखते हुए पर्याप्त मात्रा में आवश्यक दवाइयां भी मंगाई गई है. श्रावणी मेला के दौरान किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए डिजास्टर कोषांग से आपातकालीन स्थिति से निपटने की व्यवस्था श्रावणी मेला के दौरान कांवर लेकर प्रतिदिन हजारों-हजार की संख्या में सुल्तानगंज से 105 किलोमीटर की दूरी पैदल चलकर बाबाधाम पहुंचते है.
मेले की तैयारियां लगभग पूरी
इन सभी शिव भक्तों को कतारबद्ध तरीके से जलार्पण कराने की व्यवस्था जिला प्रशासन की ओर से कराई जाती है. खासकर रविवार और सोमवार को आम दिनों से कई गुणा श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है. लंबी और थकान देने वाली पैदल यात्रा के बाद कतारबद्ध होने के दौरान कुछ कांवरियों को शारीरिक परेशानी का सामना करना पड़ता है. तो कुछ थकान की वजह से कतार में मूर्छित हो जाते है. कतार में आगे बढ़ने के दौरान कई बार कांवरियों के बीच में आपाधापी-सी मच जाती है.
स्वास्थ्य से जुड़ी सभी व्यवस्थायें होगी
जिससे कई कांवरिया जख्मी भी हो जाते है. इसके अलावा सड़क हादसे में कांवरिया जख्मी हो जाते है. ऐसे स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग आपदा राहत चिकित्सा सेवा मुहैया कराने के लिए तैयार है. मेला के दौरान दुर्घटना या आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए नया सदर अस्पताल में 50 बेड सहित उपचार से संबंधित तमाम जरूरत की चीजों को सुरक्षित रखा गया है. ताकि बड़ा हादसा होने पर एक साथ इन मरीजों को भर्ती कर चिकित्सीय सेवा मुहैया कराया जा सके.
विभाग ने डिजास्टर कोषांग का भी गठन कर लिया
साथ ही विभाग ने डिजास्टर कोषांग का भी गठन कर लिया है। जिसमें जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डा. मनोज गुप्ता, सदर अस्पताल के चिकित्सक डा. चितरंजन कुमार पंकज, डा. शंकर लाल मुर्मू व डा. अम्बरीश ठाकुर को मेला के दौरान किसी भी तरह की आपातकालीन व अनहोनी होने की स्थिति से निपटने की व्यवस्था कराने का भार सौंपा गया है.
नर्सिंग होम में 100 बेड की व्यवस्था उपलब्ध कराने की मांग
इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी निजी नर्सिंग होम संचालक सहित आइएमए से आपात कालीन स्थिति होने पर नर्सिंग होम में 100 बेड की व्यवस्था उपलब्ध कराने का भी कहा गया है. मेला के दौरान डायरिया पर नजर रखेंगी रिस्पांस टीम,महामारी निरोध दल को भी सौंपा गया दायित्व कांवर यात्रा के दौरान श्रद्धालु कांवरिया पथ पर लगी किसी भी दुकान पर खाने-पीने की चीजों का इस्तेमाल करते है. जिससे कुछ श्रद्धालुओं को रास्ते में ही उल्टी व दस्त की शिकायत होने लगती है, तो कुछ देवघर पहुंचने के बाद इसके शिकार हो जाते है. हालांकि मेला क्षेत्र में जगह-जगह पर स्वास्थ्य शिविर भी बनाया गया है.
सदर अस्पताल में बकायदा एक वार्ड भी तैयार
जहां श्रद्धालुओं को प्राथमिक उपचार की सुविधा दी जाएगी. बावजूद श्रद्धालुओं को डायरिया से निपटने को लेकर विभाग की ओर से तमाम तरह की तैयारी की गई है. नया सदर अस्पताल में बकायदा एक वार्ड भी तैयार कर लिया है। इसके अलावा डायरिया मरीजों की संख्या में बढ़ोती होने पर पुराना सदर अस्पताल परिसर स्थित नेत्र अस्पताल के प्रथम तल्ला को डायरिया वार्ड के रूप में सुरक्षित रखा गया है. यहां 20 बेड की व्यवस्था की गई है. साथ ही विभाग ने तीन डायरिया रिस्पांस टीम भी गठित किया है.
मिलावटी सामानों पर विशेष नजर
मेला क्षेत्र में मिलावटी खाद्य सामग्री की बिक्री ना हो और इसके रोकथाम के लिए दो टीम भी गठित किया गया है. जो पूरे दो माह तक मेला के दौरान घूम-घूमकर मिलावटी खाद्य सामग्री की जांच करेगा. वहीं होटल, भोजनालय, चाय-नाश्ता सहित अन्य खाद्य सामग्री दुकान के आसपास फैली गंदगी की वजह से श्रद्धालुओं में संक्रमण फैलने की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा महामारी निरोध दस्ता को भी तैनात किया जाएगा. यह पूरे मेला क्षेत्र में भ्रमणशील रहते हुए ब्लीचिंग पाउडर व चूना का छिड़काव करेगी. इसके लिए विभाग की ओर से दो वाहन भी मुहैया कराया जाएगा.
रिपोर्ट- रितुराज सिन्हा
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