रांची (RANCHI): जेएसएससी सीजीएल परीक्षा राज्य में 21 और 22 सितंबर को निर्धारित की गई है. लेकिन परीक्षा से पहले जेएसएससी से अभ्यर्थी अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे है. दरअसल सीजीएल परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को एक पत्र सौंपा है. जिसमें अभ्यर्थियों ने बाबूलाल मरांडी से उचित कदम उठाने की गुहार लगायी है.
जानिए अभ्यर्थियों ने पत्र में क्या लिखा
अभ्यर्थियों ने बाबूलाल मरांडी को दिए गए पत्र में लिखा है कि 21 और 22 सितंबर 2024 को जेएसएससी सीजीएल परीक्षा निर्धारित कि गई है. हालांकि इसी अवधि यानी 21 से 27 सितंबर तक नक्सली स्थापना दिवस मनाया जा रहा है. इस दौरान नक्सली संगठन के द्वारा हमलों की आशंका बनी रहती है. कई समाचार पत्रों मे इस संबंध में रिपोर्ट भी प्रकाशित हो चुकी है. जिनसे यह स्थिति और भी चिंताजनक प्रतीत होती है. इसे देखते हुए कई छात्रों ने इस संदर्भ में जेएसएससी के अध्यक्ष औऱ मुख्यमंत्री कार्यालय को ईमेल के माध्यम से पत्र भेजकर परीक्षा तिथियों में संशोधन को अनुरोध किया है. लेकिन अब तक न तो एसएससी और न ही राज्य सरकार की और से कोई कदम नहीं उठाया गया है. और तो और प्रवेश पत्र भी जारी कर दिया गया है. जिससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार और आयोग परीक्षा को पूर्व निर्धारित तिथियों पर ही आयोजित करने पर अडिग है.
छात्रों ने आगे अपने पत्र में यह भी लिखा कि पहले भी राज्य सरकार ने इसी प्रकार की लापरवाही का परिचय देते हुए उत्पाद सिपाही की दौड़ के लिए अंतिम समय में तिथि घोषित की थी, जिससे तैयारी न कर पाने के कारण कई छात्रों की मौत हो गई और कई छात्र अस्पताल में भर्ती है. लेकिन सरकार ने इस घटना की जिम्मेदारी नहीं ली थी, और इस बार भी अगर किसी एक भी छात्र के साथ कोई दुर्घटना होती है, तो सरकार फिर से अपनी जिम्मेदारी से भाग सकती है. इसे देखते हुए अभ्यर्थियों ने बाबूलाल मरांडी से उचित कदम उठाने की गुहार लगायी है.
बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी जानकारी
आज जेएसएससी सीजीएल परीक्षा के अभ्यर्थियों ने पत्र सौंपकर परीक्षा तिथि आगे बढ़ाने का आग्रह किया।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) September 19, 2024
ज्ञात हो कि जेएसएससी ने 21 और 22 सितंबर को परीक्षा तिथि तय किया है। इस अवधि के दौरान 21 से 27 सितंबर तक नक्सली संगठन स्थापना दिवस कार्यक्रम पर हिंसा की आशंका बनी हुई है, जिसकी पुष्टि… pic.twitter.com/mpK8WyfOzp
बाबूलाल मरांडी ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि आज जेएसएससी सीजीएल परीक्षा के अभ्यर्थियों ने पत्र सौंपकर परीक्षा तिथि आगे बढ़ाने का आग्रह किया. उन्होंने आगे कहा कि ज्ञात हो कि जेएसएससी ने 21 और 22 सितंबर को परीक्षा तिथि तय किया है. इस अवधि के दौरान 21 से 27 सितंबर तक नक्सली संगठन स्थापना दिवस कार्यक्रम पर हिंसा की आशंका बनी हुई है, जिसकी पुष्टि कई समाचार पत्रों ने भी की है. उत्पाद सिपाही भर्ती के दौरान राज्य सरकार की लापरवाही के कारण कई छात्रों की जान चली गई थी, इस वजह से भी छात्र असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. अतः सरकार से आग्रह है कि छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आवेदन पर संवेदना पूर्वक विचार करें और परीक्षा तिथि में संशोधन करें.
सीएम हेमंत ने की थी उच्च स्तरीय बैठक
बता दें, JSSC CGL परीक्षा 21 और 22 सिंतबर को होनी है. इस परीक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. खुद सीएम हेमंत सोरेन ने गुरुवार को उच्च स्तरीय बैठक की और सभी जिलाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए जिससे परीक्षा में किसी भी तरह के परेशानी न हो. वहीं इससे पहले भी परीक्षा हुई थी लेकिन पेपर लीक होने के कारण इसे रद्द कर दिया गया था.
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