गुमला (GUMLA): लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है. गुमला जिला में भी काफी संख्या में लोग छठ पर्व करते हैं. कुछ लोग जिला मुख्यालय में मौजूद छठ घाटों पर अर्ग देते हैं तो कुछ लोग जिला मुख्यालय से कुछ दूर स्थित नदियों के किनारे जाकर सूर्य देव को अर्ग देते हैं. ऐसे में प्रशासन के लिए सभी स्थानों पर बेहतर व्यवस्था देना एक मुद्दा बन जाता है. लोगों द्वारा भी इसको लेकर सवाल खड़ा किया गया है.
विदेशों में भी मनाई जाती है छठ
बिहार और उत्तर प्रदेश से शुरू हुआ छठ पर्व आज न केवल देश के विभिन्न हिस्सों में काफी उत्साह के साथ मनाई जाती है, बल्कि विदेशों में भी मनाई जाती है. गुमला जैसे आदिवासी बहुल इलाके में भी काफी संख्या में लोग छठ पर्व करते हैं. लेकिन बावजूद इसके छठ घाटों की साफ-सफाई को लेकर सही व्यवस्था देखने को नहीं मिल रही है. इसको लेकर लोगों ने प्रशासन पर सवाल खड़ा किया है. छठ व्रत करने वाली महिलाओं की माने तो सभी को छठ का तिथि पता होता है, बावजूद इसके छठ घाट की साफ सफाई में लापरवाही देखने को मिलती है. लोगों ने कहा कि प्रशासन को समय रहते इसकी साफ सफाई की व्यवस्था करनी चाहिए.
छठ पर्व के प्रति बढ़ रही लोगों की आस्था
सामाजिक कार्यकर्ता मंगल सिंह की माने तो छठ पर्व के प्रति जिस तरह से लोगों की आस्था और विश्वास बढ़ रहा है, उसको लेकर प्रशासन को जितनी गंभीरता दिखाना चाहिए वह नहीं दिख रहा है. इनकी माने तो यही कारण है कि दूर दराज के नदियों के घाट को लेकर लोग खुद साफ-सफाई करते हुए नजर आते हैं .
प्रशासन ने दिया साफ-सफाई का भरोसा
वहीं जिला प्रशासन की ओर से छठ घाटों की साफ सफाई के प्रति गंभीर होने का दावा किया जाता है. जिला मुख्यालय में मौजूद छठ घाट की साफ सफाई का जिम्मा नगर परिषद को होता है. जिसको लेकर कार्यपालक पदाधिकारी संजय पांडे ने काफी गंभीर होने की बात कहते हुए समय पर सभी छठ घाटों को तैयार कर लेने की बात कही. वहीं डीसी सुशांत गौरव ने कहा कि जिला मुख्यालय के साथ ही कोयल नदी और संख नदी पर कैसे बेहतर व्यवस्था की जा सकती है. इसको लेकर निर्देश देने के साथ ही बेहतर व्यवस्था करवाने का भरोसा दिया है.
रिपोर्ट: गुमला ब्यूरो
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