सत्येंद्र कुमार गए, रविराज शर्मा आये, निगम के "म्यूजिकल चेयर" पर बैठ चुके हैं छविरंजन


धनबाद(DHANBAD): धनबाद नगर निगम के आयुक्त सह प्रशासक सत्येंद्र कुमार बदल दिए गए है. उनकी जगह पर रवि राज शर्मा को धनबाद का नया नगर आयुक्त बनाया गया है. सत्येंद्र कुमार को श्रम नियोजन प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग का संयुक्त सचिव बनाया गया है. रविराज शर्मा इससे पहले धनबाद के जिला परिवहन पदाधिकारी रह चुके है. सत्येंद्र कुमार जुलाई 2020 में धनबाद नगर निगम के आयुक्त सह प्रशासक के पद पर कार्यभार ग्रहण किया था. उन्होंने चंद्र मोहन कश्यप से पदभार लिया था. सत्येंद्र कुमार के आने के पहले ही समय पूरा होने के कारण निगम का बोर्ड भंग हो गया था. जिस समय बोर्ड भंग हुआ था, उस समय नगर आयुक्त सह प्रशासक चंद्र मोहन कश्यप थे.
चंद्र मोहन कश्यप से लिया था कार्यभार
चंद्र मोहन कश्यप से ही सत्येंद्र कुमार ने कार्यभार लिया था. चंद्र मोहन कश्यप के साथ सफाई में लगी निजी एजेंसी रिमकी का विवाद सुर्खियों में था. उसके बाद सत्येंद्र कुमार को सरकार ने धनबाद भेजा. 2023 के अक्टूबर महीने में उनका स्थानांतरण हुआ है. यह संयोग ही है कि धनबाद नगर निगम के अधिसंख्य प्रशासक या मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी अथवा नगर आयुक्त का किसी न किसी विवाद से उनका नाता जुड़ता रहा. जमीन घोटाले में फंसे छवि रंजन भी धनबाद नगर निगम के आयुक्त रह चुके है. धनबाद नगर निगम का गठन 2006 में हुआ था. उसके बाद 2010 में पहली बार निगम का चुनाव हुआ. जिसमें श्रीमती इंदु देवी प्रथम मेयर बनी. फिर 2015 में चुनाव हुआ, जिसमें शेखर अग्रवाल मेयर चुने गए. उसके बाद से धनबाद नगर निगम का चुनाव लंबित है.
छवि रंजन दिसंबर से जून तक रहे थे
जमीन घोटाले में फंसे रांची के पूर्व उपायुक्त छविरंजन धनबाद नगर निगम के 28 दिसंबर 2015 से लेकर 25 जून 2016 तक नगर आयुक्त रहे. कोडरमा के डीसी के पद पर जब छवि रंजन पदस्थापित थे तो उस समय उन पर सरकारी वृक्ष काटने का आरोप लगा था. इस मामले ने जब तूल पकड़ा तो सरकार ने उनके खिलाफ जांच बैठते हुए उनका तबादला कर दिया था. इसके बाद उन्हें धनबाद नगर निगम का आयुक्त बनाया गया था. छविरंजन को सरायकेला- खरसावां का डीसी के बाद रांची का उपायुक्त बनाया गया था. रांची के उपायुक्त के पद पर रहते हुए वह जमीन घोटाले में फंस गए और फिलहाल जेल में है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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