SARHUL : प्राकृतिक का पर्व सरहुल, पूजा के साथ ही तय होता है इस साल कैसी होगी वर्षा और खेती,जानिए इस त्योहार का महत्व   

आदिवासी समाज का एक मुख्य त्योहार सरहुल हैं. जिसे चैत्र मास के शुक्ल तृतीया को मनाया जाता है.  इस त्योहार के दिन प्रकृति की पूजा की जाती है. यह पर्व नए साल की शुरुआत का उत्सव भी है. इस साल 11 अप्रैल को सरहुल पर्व पूरे झारखंड में मनाया जाना हैं. इस त्योहार में पेड़ों और प्रकृति के अन्य तत्वों की पूजा शामिल होती है.  खास कर सखुआ वृक्ष की पूजा की जाती है.

SARHUL : प्राकृतिक का पर्व सरहुल, पूजा के साथ ही तय होता है इस साल कैसी होगी वर्षा और खेती,जानिए इस त्योहार का महत्व