टीएनपी डेस्क(TNP DESK):दोस्त की क़ीमत क्या होती है ये एक अच्छा दोस्त ही समझ सकता है, दोस्ती के लिए लोग कुछ भी करने को तैयार रहते है, कुछ लोग तो दोस्ती में जीने मरने तक की कसमे खाते है, लेकिन झारखंड के सरायकेला जिला से दोस्ती का एक हैरान करनेवाला मामला सामने आया है, जो काफी दुखद है.एक ऐसा शब्द है, जो हर जख्म को भरने में सक्षम होता है, जब भी आप अपना लाईफ के कठिन दिनों यानि बुरे दिनों से गुजर रहे होते है, तो ये दोस्त ही होते है, जो आपके साथ होते है, और आपको हमेशा ये एहसास दिलाते है कि आप अपने दुखों में अकेले नहीं है.
दो दिन पहले दो बच्चों की डूबने से हुई थी मौत
आपको बताये कि 28 जुलाई को सरायकेला में एक दुखद हादसा हुआ था.जहां आसंगी के चैक डैम में आदित्यपुर 2 स्थित इच्छापुर बस्ती में रहनेवाले दो नाबालिग दोस्तों की डूबने से मौत हो गई थी.जिके पांच दिन बाद आज एक बच्चे का शव मिला है, जिसका नाम सुमित था.वहीं शव मिलने के बाद परिजनों के साथ पूरे मोहल्ले में चिख पुकार मच गई, लेकिन सुमित मोदी और सुमित मोदी का बेस्ट फ्रेंड 15 साल के अनिकेत महतो को अपनी दोस्त की जुदाई बर्दाश्त नहीं हुई, जिसके बाद अनिकेत ने खौफनाक कदम उठा लिया.
वियोग में नाबालिग ने की आत्महत्या!
आपको बताये कि सुमित के शव को देखकर अनिकेत को इतना दुख हुआ कि गुरुवार की देर रात उसने भी अपनी जिंदगी समाप्त कर ली., और घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. जिसके बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई.जिसके बाद लोग तरह तरह की बातें कर रहे है,कोई इसे दोस्ती की मिसाल बता रहा है तो कोई इसे हादसा बता रहा है.
तीनों में थी गहरी दोस्ती
आपको बतायें कि सुमित मोदी, आदित्य और अनिकेत तीनों आदित्यपुर 2 स्थित विक्टचोरिया स्कूल में पढ़ते थे, तीनों बहुत ही गहरी दोस्ती थी.पांच दि पहले डैम में दो बच्चों की डूबने से मौत हो गई थी. एनडीआरएफ की टीम ने आदित्य के शव को हादसे के कुछ घंटे बाद ही बरामद कर लिया था, लेकिन सुमित मोदी की लाश बीते गुरुवार के डोबो डैम से बरामद हुई, परिजनों का कहना है कि जिसको देखने के बाद अनिकेत का दिमागी संतुलन हिल गया, और उसने आत्महत्या कर ली.फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, और आगे की जांच कर रही है.
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