देवघर( DEOGHAR): देवघर जो बाबानगरी या बाबाधाम के नाम से भी देश विदेश में प्रसिद्ध है. बाबा बैद्यनाथ के रूप में एक मात्र ऐसा पवित्र ज्योर्तिलिंग है जो शक्ति पीठ भी है. यहाँ पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग माता सती के हृदय जहाँ गिरा था उसी जगह पर स्थापित है. बाबा मंदिर सतयुग और त्रेतायुग दोनो युग का है. जानकर बताते हैं कि सतयुग में माता सती का हृदय यहाँ गिरा था और त्रेतायुग में रावण द्वारा ज्योर्तिलिंग लाया गया था.
दैत्यों के आतंक से देवताओं का संकट हरने वाली संकटष्ता माता का दुर्लभ विग्रह बाबा मंदिर में है
देवघर के वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित पंडित दुर्लभ मिश्रा बताते है कि जब दैत्यों के आतंक से देवताओं की गद्दी छीन लिया गया था तब ऋषि,महात्मा, देवताओं ने आदि शक्ति माता का प्रार्थना की थी. तभी आदि शक्ति माता द्वारा संकटष्ता माता का अभिर्भाव हुआ. विकराल भयंकर दिखने वाली संकटष्ता माता बंगाल टाइगर पर सवार हाथों में शस्त्र लिए दैत्यों के आतंक से देवताओं का संकट दूर की थी. इसी संकटष्ता माता का विग्रह बाबा मंदिर में मौजूद है. जहाँ सालों भर श्रद्धालु माता की पूजा अर्चना कर अपने और अपने परिवार की संकट को दूर करते हैं.
बुरी से बुरी संकट इस प्रकार से दूर करती है माता
वैसे तो संकटष्ता माता की पूजा तंत्र विद्या से होती है और इनको बलि दी जाती है. लेकिन आपको किसी भी प्रकार का कष्ट हो जैसे भाई भाई की लड़ाई, मुकदमा में बुरी तरह फस जाना, जेल जाने की नौबत, आपको फांसी लग सकती है या किसी भी प्रकार का शारीरिक कष्ट जो निवृत्त नहीं हो सकता इत्यादि की स्थिति में आप बाबा मंदिर आइये और संकटष्ता माता को नारियल की बलि, पंचोपचार पूजन, लाल कनैल का पुष्प, अक्षत, रौली और नैवेद्य चढ़ाने से संकटष्ता माता सभी संकटो को त्वरित दूर करेंगी.
बाबाधाम में मुख्य मंदिर सहित 22 मंदिर है. यहां स्थित सभी मंदिरों में स्थापित देवी देवताओं के विग्रह अपने आप में अद्भुत है और सभी के पीछे कोई न कोई कहानी है. यही कारण है कि इस ज्योतिर्लिंग में सारी मनोकामना पूर्ण होती है. तभी तो सालों भर यहाँ श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा
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