साहिबगंज(SAHIBGANJ):सरकार की कई सरकारी योजनाओं और जागरुकता के बाद भी देश में बाल विवाह जैसी कुरितियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही है.आज भी लोग बच्चियों का पढ़ाने लिखाने के बजाय 18 साल की उम्र से पहले ही विवाह के बंधन में बांध देते है,बिना ये सोचे कि इससे उस मासूम बच्ची के स्वास्थ्य और मानसिकता पर क्या असर पड़ेगा.वहीं झारखंड के साहिबगंज जिले में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है. जहां पुलिस ने नाबालिग के घर पहुंचकर बाल विवाह होने से रोका.
बुधवारिया गांव में नाबालिग बच्ची की शादी उसके परिजनों की ओर से कराई जा रही है
आपको बताये कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बुधवारिया गांव में नाबालिग बच्ची की शादी उसके परिजनों की ओर से कराई जा रही है, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और कागजात की जांच की, तो बच्ची नाबालिग पाई गई.जिसके बाद पुलिस ने शादी को रोक दिया.वहीं दूसरी और जयरामडांगा गांव में भी राजमहल पुलिस के मदद से एक नाबालिक लड़की के घर पहुचं कर बाल विवाह होने से रुकवाया गया.
पुलिस के मौके पर पहुंचते ही ग्रामीणों की भीड़ जम गई
वहीं पुलिस के मौके पर पहुंचते ही ग्रामीणों की भीड़ जम गई. तभी मंथन संस्था के कार्यकर्ता एवं पुलिस द्वारा गांव वालों को बताया गया कि लड़की 18 एवं लड़का 21 वर्ष होने के बाद ही विवाह करवाये.जिसके बाद दोनों नाबालिक के साथ आगे की कार्रवाई करते हुए सोमवार को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत कर आगे की कार्रवाई की जायेगी.
रिपोर्ट-गोविंद ठाकुर
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