साहिबगंडज (SAHIBGANJ) : सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के गृह विधानसभा क्षेत्र साहिबगंज जिले में इन-दिनों मानव तस्करी जैसे गोरखधंधा लगातार आसमान छू रहा है. जिसका साहिबगंज पुलिस ने खुलासा किया है. जानकारी के अनुसार पुलिस ने 14 नाबालिग व 6 बालिग आदिवासी एवं पहाड़िया समुदाय के लड़कियों को दिल्ली से मुक्त कराया है. साथ ही इस धंधे में शामिल दो आरोपी को साहिबगंज पुलिस ने गिरफ्तार किया है. फिलहाल पुलिस दिल्ली में अभी भी रेस्कूय का कार्य कर रही है. जल्द ही इस मामले में पुलिस अन्य लड़कियों को भी मुक्त करा सकती है.
बच्चियों के परिजनों से पुलिस ने लगाई थी गुहार
जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक गौराव कुमार ने बताया कि हाल के दिनों में बच्चियों के परिजनों ने बच्चियों को घर वापस लाने की गुहार लगाई थी. बच्ची के परिजनों ने बताया था कि मोहम्मद अनसुल अंसारी,पिता अब्दुल कलाम अंसारी,थाना बोरियो के द्वारा साहिबगंज जिले के आदिवासी एवं पहाड़िया समुदाय के लड़कियों को अच्छे काम दिलाने के बहाने राज्यधानी दिल्ली में बेच दिया है. जिस के बाद पुलिस अधीक्षक गौरव कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर दिल्ली के विभिन्न थाना क्षेत्र से कुल 14 नाबालिग व 6 बालिग लड़कियों को मुक्त कराकर परिजनों को सौप दिया है. साथ ही पुलिस इस घटना में शामिल दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. फिलहाल पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर अधिक जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है. फिलहाल पुलिस इस मामले में अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर सकती है.
कोरोना काल के बाद बढ़ा मानव तस्करी का मामला
बता दें कि झारखंड में मानव तस्करी मामला कोरोना काल के बाद काफी बढ़ गया है. दरअसल बेरोजगारी बढ़ने के बाद मानव तस्करी मासूम बच्चियों को काम दिलाने का बहाना कर के लोगों को भ्रमित करते है. जिसके बाद दूसरे राज्यों में ले जाकर बेच देते है. इस मानवतस्करी की आच में ना केवल साहिबगंज बल्कि झारखंड के विभिन्न जिलों से मानवतस्करी का मामला बढ़ गया है. जो झारखंड की पुलिस के लिए भी बड़ी सिरदर्द बना हुआ है.
रिपोर्ट. गोविन्द ठाकुर
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