धनबाद(DHANBAD): सर्व धर्म सामूहिक विवाह कार्यक्रम की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच गई है. शादी की रश्में शुरू हो गई है. 15 जनवरी को 121 जोड़े एक दूसरे के हो जाएंगे और अपने जीवन की नई पारी की शुरुआत करेंगे. उसके पहले शनिवार की रात विवाह स्थल धनबाद के गोल्फ मैदान में अलग ही नजारा था. खुशी का माहौल था. दुल्हन मेहंदी लगवा रही थी. घरवाले मौजूद थे, जिस तरह तैयारी के साथ शादियां होती है, उसी तरह पूरी रश्म को मानते हुए रविवार को 121 जोड़ें विवाह बंधन में बंध जाएंगे. दुल्हन मेहंदी लगवा रही थी, संगीत का कार्यक्रम चल रहा था, उत्साह का माहौल था, परिवार वाले भी खुश थे और जिनका विवाह हो रहा है वह भी खुश थे.
तिलक-दहेज रहित विवाह को बढ़ावा देना है उद्देश्य
तिलक-दहेज रहित विवाह को बढ़ावा देने और समारोह में फिजूलखर्ची खत्म करने के लिए 8 साल पहले शुरू हुआ सामूहिक विवाह का अनुष्ठान धीरे-धीरे धनबाद में अपने उद्देश्यों की तरफ बढ़ रहा है. लोग सहयोग भी कर रहे है. सर्व धर्म सामूहिक विवाह समिति के अध्यक्ष प्रदीप सिंह का कहना है कि इस बार सामूहिक विवाह का ९ वां साल है. अब तक 800 से अधिक बेटियों की शादी करा चुके है. सामूहिक विवाह कराने का उद्देश्य तिलक और दहेज रहित शादी को प्रोत्साहित करना है ताकि पैसे की कमी से कभी किसी बेटी की शादी में अड़चन नहीं पहुंचे. सामूहिक विवाह की विशेषता यह देखने को मिल रही है कि इसमें लोगों का उत्साह दिनों दिन बढ़ता जा रहा है.
रिपोर्ट : शाम्भवी सिंह के साथ संतोष, धनबाद
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