धनबाद(DHANBAD) : शंकर रवानी मामले में धनबाद के सांसद ढुल्लू महतो बोकारो एसपी को कही गई अपनी कथित असंसदीय बातों को वापस लेते है या झारखंड पुलिस एसोसिएशन आंदोलन करता है. इसपर सबकी नजरें टिक गई है. झारखंड पुलिस एसोसिएशन फिलहाल सख्त रुख अपनाये हुए है. धनबाद के सांसद ढुल्लू महतो और बोकारो पुलिस के बीच विवाद में झारखंड पुलिस एसोसिएशन ने हस्तक्षेप किया है. मीडिया को जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि झारखंड पुलिस एसोसिएशन, केंद्रीय कार्यालय रांची में केंद्रीय पदाधिकारियों की आपात बैठक हुई. बैठक में झारखंड पुलिस एसोसिएशन, बोकारो शाखा द्वारा दिए गए प्रतिवेदन के संबंध में चर्चा की गई. प्रतिवेदन से यह पता चलता है कि 18 जुलाई को सांसद ढुल्लू महतो बोकारो पुलिस अधीक्षक को अप शब्द कहा है. जो कानून और नैतिकता के दृष्टिकोण से कहीं से भी उचित नहीं है. बैठक में सांसद के शब्दों का पुरजोर विरोध किया गया है.
पुलिस एसोसिएशन की बैठक में क्या हुआ प्रस्ताव पारित
बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया है कि सांसद द्वारा एसपी बोकारो के खिलाफ दिए गए असंसदीय बयान को वापस नहीं लिया गया तो केंद्रीय संगठन राज्य स्तरीय आंदोलन की रणनीति तय करेगा. बता दें कि बोकारो में शंकर रवानी की हत्या के बाद धनबाद के नवनिर्वाचित सांसद ढुल्लू महतो और बोकारो जिला एवं पुलिस प्रशासन के बीच ठन गई है. शुक्रवार को "दिशा" की बैठक में सांसद ढुल्लू महतो ने इस मामले को उठाया. बात बिगड़ी लेकिन संभल गई. सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने मामले को संभाल लिया और अलग से बात करने की बात कह कर विवाद को टाल दिया.
शंकर रवानी को मारी गई थी 15 गोलियां
पोस्टमार्टम में पता चला कि शंकर रवानी को 15 गोलियां मारी गई थी. नजदीक से फायरिंग करने के चलते 12 जगह से गोली आर-पार हो गई थी. तीन गोली शंकर के शरीर के अंदर फंस गई थी. पोस्टमार्टम के बाद हार्ट पंचर ब्लड व गोली को सुरक्षित कर इसे जांच के लिए एफएसएल भेजा गया है, ताकि कुछ और तकनीकी जानकारी मिल सके. कुछ गोली जो दूर से मारी गई होगी, वह शरीर के अंदर फंसी रह गई होगी. फिलहाल शरीर के अंदर से मिली गोली व ब्लड को जांच के लिए एफएसएल भेजा गया है. हरला थाना क्षेत्र के सेक्टर 9 स्थित कार वॉशिंग सेंटर के समीप कार और बाइक सवार अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर शंकर रवानी की हत्या कर दी थी. शंकर रवानी की हत्या को सुलझाने के लिए एसआईटी गठित की गई है. टीम में 20 से अधिक पुलिस अधिकारी शामिल किए गए है. अपराधियों की तलाश में बोकारो पुलिस ने हजारीबाग, रांची, धनबाद के अलावा बिहार में भी छापेमारी कर रही है. सूत्र यह भी बताते हैं कि शंकर रवानी की हत्या करने के लिए पश्चिम बंगाल के तारापीठ मंदिर में जगह का चुनाव किया गया था. शंकर रवानी वहां पूजा करने के लिए गया था.
तारापीठ में ही हत्या करने की थी योजना
शूटर भी तारापीठ में मौजूद थे. लेकिन वहां मौका नहीं मिलने के बाद तारापीठ से बोकारो घुसने से पहले रास्ते में उसकी हत्या की योजना थी. लेकिन मोहर्रम जुलूस की भीड़ के कारण रास्ते में मौका नहीं मिला. उसके बाद सुबह हमलावरों को सूचना मिली कि शंकर रवानी ड्राइवर के साथ स्कॉर्पियो धुलवा रहा है. सूचना पर कार- बाइक से शूटर हटिया मोड पहुंचे. दुकान में चाय, सिगरेट व गुटखा खाने के बहाने शंकर के आने का इंतजार किया फिर गोलियों की बौछार कर दी. खून से लथपथ शंकर जमीन पर गिर पड़ा. अब तक पुलिस की जांच में सबूत मिले हैं कि एश पौंड और स्लैग डंप में ठेकेदारी और ट्रांसपोर्टिंग को लेकर दो गुटों में रंजिश चल रही थी. सूत्र बताते हैं कि इस घटना से जुड़े कई तथ्य पुलिस को मिले है. पुलिस कड़ी से कड़ी जोड़ रही है. यह भी जानकारी निकल कर आ रही है कि शंकर रवानी पर कई मुकदमे थे. फिलहाल उसे तड़ी पार किया गया था.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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