धनबाद(DHANBAD) : झारखंड में बुधवार को भाजपा की परिवर्तन यात्रा का समापन हो गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों इसका समापन हुआ. झारखंड में विधान सभा चुनाव के पहले परिवर्तन यात्रा के जरिए भाजपा ने पूरी ताकत झोंकी, वोटरों तक पहुंचने की पूरी कोशिश की. परिवर्तन यात्रा के दौरान भाजपा ने 350 से अधिक छोटी- बड़ी सभाओं के जरिए राज्य की जनता से संपर्क बनाने का प्रयास किया. जनता से भाजपा ने पूछा - कि हेमंत सरकार की घोषणाएं हमें तो नहीं मिली, आपको मिली क्या. यह अलग बात है कि भाजपा के इसी सवाल के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रधानमंत्री से सवाल कर दिया कि झारखंड के हिस्से का एक लाख छत्तीस हज़ार करोड़ का भुगतान कब होगा? जो भी हो, लेकिन भाजपा ने अपने एजेंडे को परिवर्तन यात्रा के बहाने आगे बढ़ने का पूरा प्रयास किया.
बता दें कि परिवर्तन यात्रा की शुरुआत 20 सितंबर को गृह मंत्री अमित शाह ने संथाल परगना और गिरिडीह के झारखंड धाम से की थी. रक्षा मंत्री, केंद्रीय कृषि मंत्री, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित भाजपा के कई मंत्री सभाओं को संबोधित किया. बातचीत केंद्रीय मंत्री की ही नहीं रही, कई राज्यों के मुख्यमंत्री ने भी परिवर्तन यात्रा को संबोधित किया. बंगाल के भाजपा नेता हो , सांसद रवि किशन हो, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी हो, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा हो, चंपाई सोरेन हो, सबों ने सभाओं को संबोधित किया.
जानकारी के अनुसार इस यात्रा के जरिए भाजपा ने 24 जिलों के 81 विधानसभा की यात्रा तय की. भाजपा को यह भरोसा है कि यह परिवर्तन यात्रा झारखंड में सत्ता परिवर्तन की राह खोलेगी. राज्य में भाजपा की सरकार बनाने में सहायक होगी. झारखंड का माहौल चुनाव घोषणा के पहले ही चुनावी होने लगा है. परिवर्तन यात्रा के बहाने जहां भाजपा ने वोटरों तक पहुंचाने की कोशिश की तो झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कल्याणकारी योजनाओं के जरिए जगह-जगह पहुंच रहे है. लोगों से संवाद कर रहे है. अब तो कांग्रेस भी मैदान में आ गई है. कांग्रेस ने एक नया शिगुफा दे दिया है कि अगर झारखंड में कांग्रेस को 25 से 30 सीटें आई तो झारखंड में रोटेशन पर मुख्यमंत्री बनेगे. वैसे टिकट के दावेदारों को लेकर होड़ मची हुई है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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