रांची(RANCHI): - कांग्रेसी सांसद और शराब के बड़े कारोबारी धीरज साहू के ठिकानों पर लगातार आयकर विभाग की छापेमारी चल रही है.छापेमारी का गुरुवार को नवां दिन है. इस दौरान उड़ीसा में जहां छापेमारी खत्म हो गई. वहीं रांची में अभी भी जारी है. इधर लोहरदगा में भी धीरज साहू के पैतृक आवास पर छापेमारी की जा रही है. आयकर विभाग तो वैसे किसी प्रकार की आधिकारिक जानकारी नहीं दिए लेकिन यह बताया जा रहा है कि 354 करोड़ से अधिक कैश बरामद किए गए हैं. इसके अलावा अब बहुमूल्य धातुओं को खोजा जा रहा है. आयकर विभाग को अंदेशा है कि बड़ी मात्रा में इनके ठिकानों पर जेवरात हैं.इसके लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं.
रांची के रेडियम रोड स्थित आवास पर लगाया गया जिओ सर्विलेंस सिस्टम
आयकर विभाग को अंदेशा है कि बहुमूल्य धातु सोना चांदी जैसी चीज जमीन के अंदर भी या दीवारों में छुपा कर रखी गई होगी, इसके लिए रांची के रेडियम रोड स्थित आवास पर जिओ सर्विलेंस सिस्टम लगाया गया है. विशेष प्रकार की मशीन के माध्यम से यह तलाशा जा रहा है कि कहीं कोई बहुमूल्य धातु तो नहीं छुपा कर रखी गई. उल्लेखनीय है कि आयकर विभाग को इस प्रकार की जानकारी मिली है कि बड़ी मात्रा में ज्वेलरी भी रखी गई है.
कहां मिला पैसा
अब तक ओडिसा के बालंगीर स्तिथ बलदेव साहू एंड ग्रुप कंपनी के दफ्तर से 150 करोड़,सम्बलपुर के कॉर्पोरेट ऑफिस से 150 करोड़ नगद जब्त हुआ है. इसके अलावा रांची और लोहरदगा में धीरज साहू से जुड़े ठिकानों से कई संपत्ति के दस्तावेज बरामद किये गए हैं. बताया जा रहा है कि धीरज साहू के रिश्तेदारों के नाम ओडिसा में शराब की कई कंपनियां है. इसमें डिस्टलरी प्रा. लिमिटेड, बलदेव साहू इंफ्रा लिमिटेड,क्वालिटी बटलर्स प्रा. लिमिटेड, और किशोर प्रसाद विजय प्रसाद विजय प्रसाद वेबरेज प्रा. लिमिटेड का नाम शामिल है.
कौन है धीरज साहू
धीरज साहू झारखंड से राज्यसभा के सांसद है. वह तीसरी बार सांसद चुने गए हैं. राजनीति के अलावा धीरज साहू के परिवार का पुराना कारोबार है. शराब का कारोबार भी धीरज साहू के पिता के समय से ही चलता आ रहा है. मूल रूप से यह झारखंड के लोहरदगा के रहने वाले हैं. अधिकतर कारोबार ओडिसा में चलता है. साथ ही झारखंड में कई बड़े कारोबार में इनका हिस्सा होने का दावा किया जाता है.
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