TNP SPECIAL: पुलिस की जमीर जगी तो प्रिंस खान और अमन सिंह गिरोह पर कसने लगा शिकंजा ,जानिए पूरा डिटेल्स


धनबाद(DHANBAD): विदेश में बैठकर धनबाद में अपराधिक गिरोह का संचालन. है न आश्चर्यजनक बात. लेकिन देर से ही सही,अब धनबाद पुलिस की जमीर जग गई है. धनबाद में माफिया उन्मूलन के समय यहां के माफिया के साथ प्रशासन की कार्रवाई को भी लोगो ने देखा है. देखा है पुलिस अगर चाहे तो पाताल से भी किसी को कैसे खोज निकाल सकती है. ऐसा ही प्रयास फिलहाल धनबाद पुलिस ने शुरू किया है. वासेपुर के गैंगस्टर हैदर अली उर्फ प्रिंस खान और अमन सिंह गिरोह के आशीष रंजन उर्फ छोटू को खोज निकालने की तेज कोशिश शुरू कर दी गई है. पुलिस सूत्रों पर भरोसा करें तो प्रिंस खान दुबई में छिपा हुआ है जबकि छोटू नेपाल में ठिकाना लेकर गैंग चला रहा है.
एटीएस को प्रिंस खान का ठिकाना दुबई में मिला है
प्रिंस खान के पासपोर्ट का मामला सामने आने के बाद एटीएस ने उसका ठिकाना ढूंढ निकाला है. जैसा कि बताया जाता है एटीएस ने उसे दबोच ने के लिए सीबीआई को पत्र भी लिखा है. इस अनुरोध पर सीबीआई इंटरपोल से मदद मांगने की प्रक्रिया में है. इंटरपोल प्रिंस खान के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर सकता है. इधर, एटीएस और धनबाद पुलिस की सक्रियता को देखते हुए प्रिंस खान के प्रत्यर्पण की अटकलें तेज हो गई है. प्रिंस खान धनबाद पुलिस और यहां के कारोबारियों के लिए बहुत बड़ा सिरदर्द बन गया है. गैंगस्टर फहीम खान के करीबी नन्हे की हत्या 25 नवंबर 2021 को करने के बाद प्रिंस खान वीडियो जारी कर जबरदस्त चर्चा में आया था. धनबाद के लिए यह पहला मौका था ,जब हत्या कराने वाले ने वीडियो जारी कर हत्या की जिम्मेवारी ली थी. इतना ही नहीं, इसी के बाद वह धनबाद पुलिस और अपने सगे मामा फहीम खान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. पुलिस अब यह मानने लगी है कि वीडियो जारी करने के कुछ ही दिन बाद प्रिंस खान ने भारत छोड़ दिया था. जिस पासपोर्ट का उसने सहारा लिया था, उसे बनाने में लापरवाही के आरोप में बैंक मोड़ के सब इंस्पेक्टर कालिका राम को सस्पेंड कर दिया गया है. तत्कालीन थाना प्रभारी रणधीर कुमार को भी शो कॉज नोटिस दिया गया है. अब कोयलांचल में चर्चा छिड़ गई है कि क्या सचमुच प्रिंस खान का प्रत्यर्पण होगा, रेड कॉर्नर नोटिस जारी होगी.
जानिए क्या है रेड कॉर्नर नोटिस और कैसे करता है काम
बता दें कि रेड कॉर्नर नोटिस में इंटरपोल अपने सभी 192 सदस्य देशों से कहता है कि जिस व्यक्ति के खिलाफ नोटिस जारी हुआ है, वह अगर उस देश में छिपा है, तो उसे गिरफ्तारअथवा हिरासत में ले लिया जाए. इसके बाद प्रत्यर्पण की कार्रवाई शुरू होती है. यह नोटिस जारी होने के लिए पहली शर्त है कि वांछित व्यक्ति के खिलाफ संबंधित देश में किसी मामले में सजा या चार्ज शीट होनी चाहिए, इधर, सरकार के आदेश पर प्रिंस खान के साथ-साथ झारखंड एटीएस ने अमन सिंह गिरोह के खिलाफ भी मुहिम छेड़ दी है. अमन सिंह के दाहिने हाथ आशीष रंजन उर्फ छोटू के संबंध में धनबाद पुलिस और एटीएस ने कई जानकारियां जुटाई है. छोटू हीरापुर के जैसी मलिक रोड का रहने वाला है और वह इन दिनों नेपाल में छिपकर गिरोह चला रहा है. पुलिस सूत्रों पर भरोसा करें तो नेपाल में ठिकाना लेकर आशीष रंजन गैंग चला रहा है. वह हजारीबाग जेल में बंद अमन सिंह के अलावा धनबाद जेल में बंद शूटर रिंकू सिंह सहित अमन सिंह के लोगों के संपर्क में है. उसका कनेक्शन पूर्वांचल के कई अपराधियों से भी है. सूत्र बताते हैं कि आशीष रंजन को पकड़ने के लिए एटीएस नेपाल सरकार से मदद ले सकती है. आशीष रंजन करीब 2 साल से पुलिस की आंखों का कांटा बना हुआ है. 12 मई 21 को वासेपुर में जमीन कारोबारी लाला खान की हत्या के बाद से ही पुलिस उसे खोज रही है.
रिपोर्ट :धनबाद ब्यूरो
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