रांची(RANCHI): झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ईडी की रडार पर हैं. जमीन घोटाले मामले में पूछताछ के लिए हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने छठा समन भेज कर बुलाया है. इस समन के साथ ही सूबे की राजनीतिक तपिश बढ़ गई है. भाजपा सरकार पर हमलावार हो गई तो झामुमो कांग्रेस सरकार के पक्ष में उतर कर केंद्र सरकार पर सवाल उठा रही है. इसी कड़ी में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सीधे सरकार को बर्खास्त करने की मांग राज्यपाल से की है. इस बयान के साथ ही झामुमो बाबूलाल पर हमलवार है.
प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आम हो या खास सभी कानून की नजर में एक बराबर है. राज्य के मुख्यमंत्री को छठा समन ईडी ने भेजा है. इस पर उन्हें ईडी दफ्तर जा कर जवाब देने की जरूरत है. हर बार सीएम केन्द्रीय एजेंसी के समन को दरकिनार कर चल रहे है. जब किसी तरह का कोई गड़बड़ नहीं किया तो फिर ईडी दफ्तर जाने से बच क्यों रहे हैं. अगर अब इस समन पर वह ईडी दफ्तर नहीं जाते तो राज्यपाल को इस सरकार को बर्खास्त कर देने की जरूरत है. जब कानून का सम्मान मुख्यमंत्री नहीं कर सकते तो उन्हें सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है.
वहीं इसका पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा कि भाजपा कुछ ज्यादा ही उत्तेजित है. सत्ता से दूर बाबूलाल को रहा नहीं जा रहा है. जब जनता इन्हें नकार चुकी है तो वह किसी दूसरे रास्ते से कुर्सी पर बैठने की कोशिश कर रहे हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को केन्द्रीय एजेंसी का डर दिखा रहे है. हमलोग झारखंडी हैं किसी से डरने वाले नहीं है. अब जनता 2024 के चुनाव में इन्हें पूरी तरह से झारखंड से साफ करने का काम करेगी.
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