धनबाद(DHANBAD): धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर शुक्रवार जुटी महिलाएं आक्रोशित थी. उनके मन में गुस्सा था. पुलिस के खिलाफ वह आग बबूला थी. उनका कहना था कि पुलिस की ऐसी ही शिथिलता के कारण धनबाद और आसपास इलाकों में अपराधियों का मनोबल सातवें आसमान पर है. अपराधी "समानांतर सरकार" चला रहे है. मुकदमा होने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की जाती. पुलिस प्रशासन कान खोलकर सुन ले , अब ऐसा नहीं चलेगा. महिलाएं जग गई है. इस एकदिवसीय धरना से भी पुलिस की नींद नहीं टूटी तो वह आमरण अनशन करने से भी परहेज नहीं करेंगी. शुक्रवार को सुदामडीह थाना क्षेत्र की सैकड़ो महिलाओं ने धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर धरना दिया. महिलाओं ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
11 सितंबर की घटना में नहीं हुई है गिरफ्तारी
आरोप लगाया कि 11 सितंबर को राघवेंद्र कुमार पांडे एवं महेश कुमार सिंह ने मारपीट की. जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर गालियां दी. इसके बाद पहले तो थाना वाले मुकदमा लेने से परहेज कर रहे थे लेकिन बाद में बलियापुर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ. लेकिन मुकदमा दर्ज होने के डेढ़ माह बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की गई है. महिलाओं के निशाने पर सिंदरी के डीएसपी थे. महिलाओं ने यह कहकर कर अपना धरना खत्म किया कि 15 दिनों के भीतर अगर जिला और पुलिस प्रशासन कार्रवाई नहीं करता है तो 18 दिसंबर से रणधीर वर्मा चौक पर महिलाएं आमरण अनशन को बाध्य होंगी.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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