झारखंड के पुलिस पदाधिकारी-कर्मी हो जाइये सावधान, नहीं तो इन वजहों से नौकरी पर आ सकती है विपदा


धनबाद(DHANBAD): झारखंड के पुलिस पदाधिकारी और कर्मी हो जाइए होशियार!! अगर निम्न सात बिंदुओं में से किसी भी बिंदु में उनकी संलिप्तता होगी तो नौकरी पर विपदा आ सकती है. झारखंड में पुलिस को जिम्मेवार बनाने की कार्रवाई शुरू की गई है. नए ढंग से डाटा तैयार किया जा रहा है. कर्तब्य में लापरवाही बरतने वाले झारखंड के पुलिस पदाधिकारी और कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जमीन तैयार की जा रही है. अब वैसे पुलिस पदाधिकारी, कर्मियों की नौकरी पर खतरा पैदा हो सकता है, जो कर्तव्य से फरार रहते है. जो कर्तव्य के दौरान आदतन शराब का सेवन करते है. साथ ही जिनके खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप है. जानकारी मिली है कि महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक के हस्ताक्षर से 28 फरवरी को एक पत्र जारी किया गया है.
पत्र जिनको निर्गत किया गया है
यह पत्र हजारीबाग, दुमका, बोकारो, पलामू, चाईबासा के पुलिस उपमहानिरीक्षक को निर्गत किया गया है. कहा गया है कि आपके जिला ,इकाई में पदस्थापित वैसे पुलिस पदाधिकारी अथवा कर्मी , जिनके खिलाफ आम नागरिकों, महिलाओं से दुर्व्यवहार करने के आरोप में कार्रवाई की गई है. इसके अलावा जिनकी भू माफिया, आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के साथ संलिप्तता पाई गई है. जिनके खिलाफ वरीय पदाधिकारी के साथ उदंडतापूर्ण व्यवहार करने के आरोप में कार्रवाई की गई है. अथवा उदंडतापूर्ण व्यवहार करते है. जो कर्तव्य से फरार रहते हैं अथवा जो कर्तव्य के दौरान आदतन शराब का सेवन करते है. या फिर अक्सर बिना कारण अवकाश से पिछड़ते है.
सात विंदुओं में भ्रष्टाचार के आरोप भी शामिल है
अंतिम बिंदु है कि जिनके विरुद्ध भ्रष्टाचार के आरोप लगे है. पत्र में कहा गया है कि उपरोक्त वर्णित बिंदुओं में यदि किसी भी पुलिस पदाधिकारी अथवा कर्मी की संलिप्तता पाई गई है, तो उनकी सूची एक सप्ताह के भीतर निश्चित रूप से अधोहस्ताक्षरी के कार्यालय में उपलब्ध करना सुनिश्चित करेंगे. समझा जाता है कि झारखंड में पदस्थापित पुलिस पदाधिकारी और कर्मियों के आचरण से संबंधित कोई डाटा तैयार किया जाएगा और उसके आधार पर कार्रवाई की रूपरेखा तय की जाएगी.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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