रांची(RANCHI): हाल ही में पंडरा में हुए लूटकांड मामले का रांची पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम की प्लानिंग से लेकर इसे अंजाम देने और इस अपराध को छुपाने में शामिल आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इन आठ लोगों में पांच पुरुष और तीन महिलाएं भी शामिल हैं. वहीं, मामले का खुलासा करते हुए एसपी (SP) चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि मामले को गंभीरता से लेते हुए रांची पुलिस ने तुरंत घटना की जांच शुरू कर दी. इस दौरान जांच में पता चला कि इस पूरे घटना को अंजाम देने की प्लानिंग वृंदावन होटल में रची गई थी. जिसमें होटल का संचालक भी शामिल था. वहीं, इस घटना को अंजाम देने वाला व्यक्ति आशीर्वाद आटा का पूर्व कर्मचारी था. उसे पैसों के लेन-देन की सारी जानकारी थी. जिसके बाद ही इस घटना को अंजाम दिया गया.
एसपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए अपराधियों ने पहले 23 दिसंबर का दिन चुना था. लेकिन उस दिन अपराधियों द्वारा लूट की घटना को अंजाम नहीं दिया गया. इसके बाद फिर से अपराधियों ने अगले सोमवार यानी 30 दिसंबर का इंतज़ार किया. जिसके बाद 30 दिसंबर के दिन अपराधियों ने बेहद चलाकी से बैंक में पैसा जमा करने जा रहे कर्मचारी की रैंकिंग कर मौक़ा देखते ही घटना को अंजाम दे दिया. घटना को अंजाम देते ही बाइक छोड़ अपराधी काले रंग की स्कॉर्पियो में बैठ ओरमांझी भाग गए थे.
एसपी ने बताया कि इस घटना को इतनी चालाकी से अंजाम दिया गया कि लूटपाट के लिए जिस गाड़ी का इस्तेमाल किया गया उस गाड़ी को छिपाने के लिए उस पर पुलिस का बोर्ड लगाकर अपराधी घूम रहे थे ताकि किसी को उन पर शक न हो. ऐसे में मामले की तह तक जाना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई थी.
बता दें कि पंडरा ओपी इलाके के OCC ग्राउंड के पास 30 दिसंबर की दोपहर बैंक में पैसा जमा कराने पहुंचे युवक से 13 लाख की लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था. इस लूट का विरोध करने पर एक युवक को गोली भी मार दी गई थी. इस वारदात के बाद अपराधियों तक पहुंचने के लिए रांची पुलिस अलग-अलग जगह पर छापेमारी करने के साथ-साथ उनकी तस्वीर भी जारी की थी.
रिपोर्ट: महक मिश्रा
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