रांची(RANCHI): झारखंड में पुलिस को हाई टेक करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जाते है. हाई स्पीड गाड़ी के साथ साथ हाई टेक थाना के भवनों का निर्माण किया जा रहा है. आजादी के बाद भी जहां थाना नहीं था उस जगह भी थाना का निर्माण किया गया है, जिससे लोगों की सुरक्षा में कही कोई चूक न हो. लेकिन पलामू की पुलिस इससे भी ज्यादा हाई टेक हो गई.घटना स्थल पर साइकिल से घूमती दिख है. इसका वीडियो भी सामने आया है. इस वीडियो के सामने आने के बाद राबर्ट पील की आत्मा को शांति मिली होगी. 1829 में जिस पुलिस संगठन का गठन उन्होंने किया था उसके सवारी को आज भी पलामू पुलिस जिंदा रखे हुई है.
पुलिस साइकिल से क्यों घूम रही
दरअसल हुआ ऐसा ही पलामू के सुदुर्वती इलाके हैदरनगर के सडेया में माओवादियों की धमक देखी गई. माओवादियों के दस्ते ने सड़क निर्माण में लगे ट्रैक्टर और JCB को आग के हवाले कर दिया. इस वारदात के बाद दल बल के साथ पुलिस महकमे के अधिकारी भी पहुंचे. जांच में जुटे ही थे की एक वीडियो खूब सुर्खियों में बन गया. पुलिस का एक जवान उस दौरान साइकिल से भ्रमण करते हुए दिखाई दिया है. अब सवाल उठना तो लजमी है कि पुलिस के पास तो महंगी गाड़ी है सुदुर्वर्ती इलाके में जाने को बाइक भी थाना को दी गई है. बावजूद इसके पुलिस साइकिल से क्यों घूम रही है.
पुलिस जवानों को फिट रखने के लिए साइकिल से यात्रा कराई जा रही!
क्या पलामू पुलिस जवानों को फिट रखने के लिए साइकिल से यात्रा कराई जा रही है. आखिर पुलिस जवान साइकिल से क्यों घूमने लगा. वारदात स्थल से थाना की दूरी करीब 7 से 8 किलो मीटर है अब जवान थाना से ही साइकिल लेकर पहुंचा या फिर वारदात स्थल पर किसी की साइकिल ली है. यह सवाल अपने आप में बड़ा है. क्योंकि यह पूरा इलाका उग्रवाद प्रभावित है ऐसे में जवान का ऐसा घूमना खतरे से खाली नहीं है. वैसे भी देखे तो पलामू पुलिस के कारनामे तो सामने आते है. उसमें भी यह एक नया प्रयोग हो सकता है कि जवान साइकिल से ही पहुँच गया हो.
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