एक तरफ मुखिया की तरह बंगला-स्कॉर्पियो खरीदो और दूसरी तरफ जेल की दीवार कर रही है इंतज़ार, मनरेगा कर्मियों को गढ़वा DC की दो टूक
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गढ़वा (GARHWA): सोमवार को गढ़वा जिला समाहरणालय में उस समय अलग ही माहौल देखने को मिला जब मनरेगा कर्मचारी संघ ने जिलाधिकारी दिनेश यादव के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया. कर्मचारियों का आरोप था कि डीसी लगातार कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं और इससे कर्मचारी दहशत में हैं.
जानकारी के अनुसार, गढ़वा के डीसी दिनेश यादव अपने सख्त प्रशासनिक रवैये के लिए जाने जाते हैं. पिछले छह महीनों में मनरेगा में अनियमितता और भ्रष्टाचार के आरोप में लगभग तीन दर्जन कर्मचारियों पर कार्रवाई की जा चुकी है. इससे पूरे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. कई अधिकारी और कर्मचारी अब पूरी तरह नियमों का पालन करने लगे हैं.
डीसी के खिलाफ आंदोलन कर रहे कर्मचारियों को जिलाधिकारी ने अपने चेंबर में बुलाया और पूछा कि वे विरोध क्यों कर रहे हैं. संघ प्रतिनिधियों ने कहा कि लगातार हो रही कार्रवाई से कर्मचारी परेशान हैं. इस पर डीसी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “आप लोगों ने अपराध किया है. हम फिर भी नरमी बरत रहे हैं. दूसरे जिलों में ऐसे मामलों में सीधे एफआईआर और जेल की कार्रवाई होती है, जबकि हम सिर्फ निलंबन और बर्खास्तगी कर रहे हैं.”
करीब पाँच सौ मनरेगा कर्मी जिला मुख्यालय पहुंचे थे. उनकी मांग थी कि लगातार हो रही कार्रवाई पर रोक लगे. इस पर डीसी दिनेश यादव ने साफ कहा कि “अगर आप ईमानदारी से काम करेंगे तो किसी पर कोई कार्रवाई नहीं होगी. लेकिन अगर गड़बड़ी हुई तो हम पीछे नहीं हटेंगे.”
डीसी के इस कड़े रुख के बाद कर्मचारियों में मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिली. कई कर्मियों ने एक मौका देने की गुहार लगाई, जबकि कुछ आंदोलन जारी रखने की बात कहते रहे.
रिपोर्ट: धर्मेंद्र कुमार
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