रांची (RANCHI): झारखंड में एक तरफ विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज है. तो वहीं दूसरी तरफ भाकपा माओवादी ने एक बार फिर खूनी क्रांति सप्ताह की शुरुआत की है, जो 15 नवंबर तक जारी रहेगा. इसके बाद, नक्सली 16 से 22 नवंबर तक दमन विरोधी सप्ताह और 24 से 30 नवंबर तक शहीद सप्ताह मनाने का ऐलान किया है. इन घटनाओं को देखते हुए राज्य पुलिस मुख्यालय ने नक्सली गतिविधियों को लेकर सभी जिलों के एसपी को अलर्ट जारी किया है.
नक्सलियों के खिलाफ शुरू किया गया व्यापक अभियान
राज्य के नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सलियों के खिलाफ व्यापक अभियान शुरू कर दिया गया है. इस अभियान में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के अलावा राज्य पुलिस के विशेष दल जैसे कोबरा और झारखंड जगुआर को भी शामिल किया गया है. पुलिस मुख्यालय ने जवानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष एडवाइजरी भी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि किसी भी प्रकार की फोर्स मूवमेंट से पहले संबंधित जिलों के एसपी को अपने रेंज के डीआइजी से अनुमति लेनी होगी.
केंद्रीय बलों के जवानों औऱ स्थानीय पुलिस बलों को मिल कर रखनी होगी नजर
इसके अलावा, सुरक्षा को लेकर अन्य भी महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए हैं. पुलिस अधिकारियों को यह आदेश दिया गया है कि वे विधि-व्यवस्था की ड्यूटी या अपराध नियंत्रण के लिए किसी भी जगह फोर्स की तैनाती से पहले अनुमति प्राप्त करें. इसका उद्देश्य नक्सलियों द्वारा उत्पन्न खतरे को गंभीरता से लेना और जवानों की सुरक्षा को प्राथमिकता देना है. इस दौरान, केंद्रीय बलों के जवानों और स्थानीय पुलिस बलों को मिलकर नक्सल गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने और उन्हें काबू करने का निर्देश दिया गया है.
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