धनबाद (DHANBAD) : भाकपा माओवादी के रीजनल कमेटी मेंबर और 15 लाख के इनामी नक्सली कृष्णा हंसदा की गिरफ्तारी के विरोध में 22 जनवरी को नक्सली बंदी बुलाई गई है. इस बंदी को लेकर पुलिस और रेलवे हाई अलर्ट पर है. वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने ट्वीट कर कहा है कि जो नक्सलवाद भाजपा की सरकार में झारखंड में अंतिम सांस ले रहा था, वह अब हेमंत सरकार में फिर से फल-फूल रहा है. और पूरे राज्य में तांडव मचा रहा है. आए दिन नक्सल घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. विकास कार्यों को बाधित किया जा रहा है, लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री सिर्फ झूठ बोलने में व्यस्त हैं.
सशस्त्र पुलिस जवानों को तैनाती
बंदी के कारण धनबाद से सटे गिरिडीह के बॉर्डर इलाकों में पुलिस की ओर से विशेष अस्थाई कैंप तैयार किया गया है. जहां सशस्त्र पुलिस जवानों को तैनाती की गई है. पुलिस टीम सीआरपीएफ के साथ लगातार संपर्क में है. सीआरपीएफ के साथ समन्वय स्थापित कर पुलिस नक्सली बंदी को विफल करने की पूरी तैयारी की है. धनबाद से सटे गिरिडीह के बॉर्डर इलाकों में पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है. किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए थाने में बनाए गए कैंप में 24 घंटे आपात कॉल सेंटर तैयार किया गया है. हर एक घंटे की रिपोर्ट देने को भी कहा गया है. इधर, धनबाद रेल मंडल में ट्रेनों के परिचालन में विशेष चौकसी बरतने का निर्देश दिया गया है. खासकर रात में ट्रेन की निगरानी करने को कहा गया है.
धनबाद के क्षेत्र में काफी सक्रिय था कृष्णा हंसदा
पुलिस ने गिरिडीह के डुमरी थाना क्षेत्र से 13 जनवरी को नक्सली कृष्णा हंसदा को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद से ही उसके निशानदेही पर पुलिस अन्य नक्सलियों के खिलाफ लगातार छापेमारी कर रही है. बता दें कि झारखंड के धनबाद के क्षेत्र में भी वह काफी सक्रिय था. टुंडी में भी पुलिया में बम लगाने सहित लेवी वसूलने के कई मामले दर्ज हैं. वह इलाके में हमेशा आता-जाता था. पिछले 5 सालों से इलाके में उसका खासा दबदबा था. वह मनियाडीह थाना क्षेत्र के बालू घाट इलाके में अक्सर आया जाया करता था.
रिपोर्ट : सत्यभूषण सिंह, धनबाद
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