टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : आज दुर्गा पूजा का नवां दिन है. दुर्गा पूजा के सप्तमी अष्टमी और नवमी को कन्या पूजन का खास महत्व है. ऐसी मान्यता है कि बिना कन्या पूजन के यह पूजा अधूरी है. खासतौर पर वह लोग जो 9 दिन का व्रत करते हैं उनके लिए यह काफी जरूरी है. कन्या को खिलाकर ही वह अपना व्रत खोलते हैं. ऐसे में आज के दिन हर कोई 10 साल से नीचे छोटी कन्याओं की पूजा कर रहे हैं. इस पूजा में सभी कन्याओं को देवी की तरह पूज कर उन्हें सजा कर भोजन कराया जाता है और अंत में उन्हें खोईंचा भी दिया जाता है.
काफी खुश दिखाई दी बच्चियाँ
इस खास मौके पर राजधानी रांची में दुर्गा पंडाल में कन्या पूजन देखा गया जहां काफी संख्या में कन्या को भोजन कराया गया. इस दौरान कई महिलाएं और पुरुष वहां मौजूद थे. महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों ने भी बढ़-चढ़कर इसमें हिस्सा लिया. सभी कन्या को पैर धोते सिंगार करते और भोजन कराते दिखे. सभी बच्चियों भी काफी खुश दिखाई दी. इस दौरान सभी झूमती गाती भी नजर आई. ऐसे में पूरा परिसर रोनकमय दिखा.
कन्या पूजा का महत्व
कन्या पूजा का एक अपना खास महत्व है. हिन्दू धर्म में ऐसी मान्यता है कि कन्याओं की पूजा करने से दुर्गा माँ काफी प्रसन्न होती है. उनकी पूजा करने से दुःख-दरिद्रता का नाश होता है. मां शत्रुओं का क्षय तथा भक्तों की आयु, धन तथा बल में वृद्धि करती हैं.नौ कन्याओं को मां के नौ रुप शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कन्दमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और माता सिद्धिदात्री माना जाता है.
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