धनबाद(DHANBAD): देश में सोशल मीडिया का क्रेज बढ़ता जा रहा है. लोग अपनी प्रतिक्रिया देने से भी पीछे नहीं रहते. प्रतिक्रिया देने वाले राजनीतिक दल के नेता भी होते हैं और सामान्य नागरिक भी. यह बात भी सच है कि कोई कुछ भी बोलकर निकल नहीं सकता है. अगर कोई आंकड़ा गलत है, अगर सोशल मीडिया पर आपने कोई गलत बात कह डाली है तो आपको कड़ी प्रतिक्रिया मिल सकती है. इसके लिए आपको तैयार रहना होगा. यह अलग बात है की प्रतिक्रिया बर्दाश्त नहीं होने पर लोग उस यूजर को ब्लॉक कर देते है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है. झारखंड के गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के लोक सभा में कथन और सोशल मीडिया के पोस्ट पर जब धनबाद जिला कांग्रेस के वरीय नेता और झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने प्रतिक्रिया दी तो उन्हें ब्लॉक कर दिया गया. इसका रिकॉर्ड सोशल मीडिया "एक्स" पर मौजूद है. सांसद निशिकांत दुबे ने संसद में कहा था कि कांग्रेस सांसद धीरज साहू के यहां 360 करोड रुपए नगद मिले. आजादी के बाद यह भारत के किसी भी जांच में नगद मिलने का सबसे बड़ा मामला है. इसके पहले का रिकॉर्ड 183 करोड़ का था.
कानपुर के इत्र कारोबारी के ठिकानों पर छापा का जिक्र
इस रिकॉर्ड तोड़ कृतिमान के लिए भ्रष्टाचार की जननी कांग्रेस पार्टी और पूरा गठबंधन है. उसे बधाई हो. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अशोक सिंह ने सोशल मीडिया "एक्स" पर लिखा कि कानपुर इत्र कारोबारी के यहां जो राशि मिली ,वह क्या 183 करोड़ से अधिक नहीं थी. वह कारोबारी तो भाजपा के समर्थक थे. फिर क्या हुआ आगे. इसी तरह गोड्डा सांसद ने लोकसभा में कहा कि 1947 से 1990 तक देश में लाइसेंस और परमिट राज था. बिरला जी को ही एम्बेसडर गाड़ी बनाने की लाइसेंस था. दूसरी कंपनी की गाड़ी नहीं बनती थी. बिरला जी कांग्रेस के नेता थे, इसलिए किसी दूसरे को लाइसेंस नहीं दिया गया. इस पर अशोक सिंह की प्रतिक्रिया थी कि जिस समय भारत देश में एंबेसडर कार बन रही थी, उस समय फिएट और जीप भी भारत देश में बन रहे थे. सबसे सस्ती मारुति कार लाने का श्रेय कांग्रेस के खाते में ही जाता है. इसी क्रम में सांसद ने कहा था कि स्कूटर बनाने का लाइसेंस सिर्फ बजाज साहब को ही था. बजाज साहब स्वतंत्रता सेनानी थे , इसलिए हम कुछ नहीं बोलेंगे, लेकिन बजाज छोड़कर कोई दूसरी स्कूटर उस समय नहीं बनती थी.
बजाज के अलावा वेस्पा और लैंब्रेटा स्कूटर भी बनती थी
सोशल मीडिया रिकॉर्ड के अनुसार अशोक सिंह ने प्रतिक्रिया दी कि उस समय बजाज के अलावा वेस्पा और लैंब्रेटा स्कूटर भी बनती थी. यह अलग बात है कि बजाज की डिमांड अधिक हुआ करती थी. इसी प्रकार सांसद ने कहा कि राजस्थान में पेट्रोल और डीजल सबसे अधिक महंगे बिकते है. इस पर अशोक कुमार सिंह ने मध्य प्रदेश का उदाहरण दिया, कहा कि दाम में बहुत फर्क नहीं है लेकिन महंगे पेट्रोल, डीजल मध्य प्रदेश में ही बिकते हैं, जहां पिछले 18 सालों से भाजपा की सरकार है. कांग्रेस नेता ने कहा था कि 12 राज्यों में भाजपा की सरकार है. भाजपा को चाहिए कि पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में ले आये. इसे जनता को भला होगा और सरकार की वाहवाही भी होगी. इसके बाद सांसद ने अशोक कुमार सिंह को ब्लॉक कर दिया. इस पर अशोक सिंह ने कहा कि सांसद को किसी को सुनने की भी आदत डालनी चाहिए. खैर, जो भी हो सोशल मीडिया का उपयोग कर कोई बात प्रसारित होती है तो उसे पर कड़ी प्रतिक्रिया भी मिलने लगी है. ऐसे बहुत सारे उदाहरण भी है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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