रांची(RANCHI): नक्सल प्रतिरोध सप्ताह के दौरान एक बड़ा और कायराना हमला किया है. IED ब्लास्ट कर जवानो को निशाना बनाया है. जिसमें एक सीआरपीएफ के हेड कांस्टेबल महेंद्र लश्कर शहीद हो गए, जबकि दो अन्य अधिकारी घायल हुए हैं. घायलों में खरसावां के विधायक दशरथ गागराई के भाई सब इंस्पेक्टर रामचंद्र गागराई भी शामिल हैं. जिनका इलाज राउरकेला के अपोलो अस्पताल में चल रहा है.
शनिवार को विधायक दशरथ गागराई अपने घायल भाई से मिलने अस्पताल पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा, नक्सली हिंसा की यह घटना बेहद निंदनीय है. सरकार को अब इससे सख्ती से निपटना होगा. हमारे जवान देश की रक्षा के लिए अपनी जान दांव पर लगा रहे हैं, ऐसे में उनकी सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए.
घटना शुक्रवार शाम मनोहरपुर प्रखंड के सारंडा जंगल में हुई, जब नक्सलियों ने सुरक्षा बल के जवान अभियान पर निकले थे. इसी दौरान आईईडी विस्फोट हुआ. विस्फोट में सीआरपीएफ की 60वीं बटालियन के हेड कांस्टेबल महेंद्र लश्कर (निवासी–नगांव, असम) वीरगति को प्राप्त हुए, जबकि इंस्पेक्टर कौशल कुमार मिश्रा और सब इंस्पेक्टर रामचंद्र गागराई घायल हो गए. सूत्रों के मुताबिक, विस्फोट के बाद लगभग 15 मिनट तक मुठभेड़ भी चली. मौके पर पहुंची पुलिस और मेडिकल टीम ने घायल जवानों को राउरकेला के अपोलो अस्पताल पहुंचाया. वहीं, शहीद महेंद्र लश्कर का पार्थिव शरीर रांची लाया गया है, जहां सीआरपीएफ कैंप में उन्हें अंतिम सलामी दी जाएगी.
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