रांची(RANCHI): झारखंड में ईडी की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है. पहले पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अब मंत्री आलमगीर आलम की गिरफ्तारी हुई है. मंत्री लंबे समय से ईडी की रडार पर थे. अंदर ही अंदर जांच का दायरा बढ़ रहा था. आखिर कार पिछले सप्ताह मंत्री से जुड़े ठिकानों पर ईडी की दबिश देखी गई. जिसमें करोड़ो रूपये निकले. इस नगद बरामदगी के बाद से ही मंत्री आलमगीर का नाम सामने आने लगा था. आखिरकार ईडी ने समन भेज कर पूछताछ के लिए बुलाया और बाद में गिरफ्तार कर लिया.
आखिर अब सवाल है कि मंत्री आलमगीर आलम कौन है और पैसे से इनका लिंक क्या है. बताया जा रहा है कि संजीव लाल के ठिकानों से बरामद पैसे टेंडर कमीशन के है. ग्रामीण विकास विभाग में जितने भी टेंडर हुए उसके एवज में मोटी रकम की वसूली होती थी. इस वसूली का पैसा मंत्री से लेकर अधिकारी तक पहुंचता था. इसका खुलासा खुद मंत्री के PS संजीव लाल ने ईडी के समक्ष किया है. जानकारी यह भी है संजीव ने साफ सवाल जवाब में बताया है कि यह पैसा उनका नहीं है.
अब मंत्री आलमगीर आलम मुश्किल में फस गए. जब उन्हें ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया तो वह सवालों का जवाब नहीं दे रहे थे. जिससे ईडी की जांच में रुकावट आ रही थी. आखिर पैसे से क्या लिंक है. यह सवाल बार बार ईडी के अधिकारी पूछ रहे थे. जिसका मंत्री जी कोई जवाब नही दे रहे थे. अब गिरफ्तार किए जाने के बाद लंबी पूछताछ होनी है. इस पूछताछ में कई जानकारियां निकल कर सामने आएगी. कई अधिकारी और रसूखदार भी लपेटे में आयेंगे.
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