दुमका(DUMKA): झारखंड को रत्नगर्भा कहा जाता है.यहाँ जमीन के अंदर तमाम तरह के खनिज पाए जाते हैं.झारखंड की उपराजधानी दुमका में कोयला का विशाल भंडार है, जहाँ से कोयला माफिया द्वारा कोयला निकाल कर बाहर भेजा जाता है.समय समय पर प्रशासनिक कार्यवाई भी होती है, लेकिन कुछ दिन बाद फिर से माफिया सक्रिय हो जाते हैं.
कोयला खदानों को जेसीबी से किया गया डोजरिंग
दरअसल शनिवार को दुमका जिला के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के बादलपाड़ा इलाके में एसडीओ कौशल कुमार के नेतृत्व में जिला खनन टास्क फोर्स की टीम पहुचीं.टीम ने एक दर्जन से अधिक अवैध कोयला खदानों को जेसीबी के माध्यम से डोजरिंग किया. टीम में डीएमओ नाज़िश राणा, एसडीपीओ विजय कुमार महतो, सीओ कपिल देव ठाकुर, थाना प्रभारी हरि प्रसाद साह और वन विभाग के लोग मौजूद थे.
अवैध कोयला खदानों के ऊपर होगी कड़ी कार्रवाई
इस संबंध में एसडीओ कौशल कुमार ने कहा कि अवैध कोयला खदानों के ऊपर इस तरह की कार्रवाई लगातार चलती रहेगी. हम लोगों ने खुफिया विभाग को लगाया है.उनके द्वारा प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर कोयला खदानों को नष्ट किया जाएगा. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि कोयला माफिया किसी भी हाल में नहीं बचेंगे.
माफिया ग्रामीणों के सहारे करते है अवैध कोयला कारोबार
बता दे कि बादलपाडा और लुटिया पहाड़ी क्षेत्र में कोयला का अकूत भंडार है. कोयला माफिया द्वारा ग्रामीणों को आगे कर दर्जनों अवैध कोयला खदान और सुरंग से कोयला निकालकर एकत्रित किया जाता है, जिसे रात के अंधेरे में बड़ी वाहनों के माध्यम से सीमावर्ती पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्य भेजा जाता है. समय-समय पर प्रसासनिक स्तर पर कार्यवाई भी की जाती है, लेकिन कुछ समय बाद सब कुछ सामान्य हो जाता है.
रिर्पोट:पंचम झा
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