दुमका (DUMKA) : दुमका जिला में फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर कई लोग पारा शिक्षक बनकर वर्षों से मानदेय ले रहे थे. शिक्षा विभाग की जांच में इसका खुलासा हुआ है. और उस बाबत 3 फर्जी पारा शिक्षक के खिलाफ शिकारीपाड़ा थाना में मामला दर्ज किया गया है. शिकारीपाड़ा प्रखंड के प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी नयन कुमार हेरेंज के आवेदन पर थाना में 3 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
किस किस पर दर्ज हुई प्राथमिकी
शिकारीपाड़ा के प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी ने थाना में जो आवेदन दिया है,उस अनुसार जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा भेजे गए पत्र में शिक्षकों के प्रमाण पत्र की जांच करनी है. सघन जांच के दौरान तीन पारा शिक्षकों का प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया. ये लोग फर्जी दस्तावेज को सही बता कर पारा शिक्षक की नौकरी प्राप्त की है. इन शिक्षकों में मंगल टूडू , जो उत्क्रमित मध्य विद्यालय छाप छातुपाड़ा के शिक्षक हैं और 01 दिसंबर 2003 से कार्यरत है. उन्होंने शैक्षणिक प्रमाण पत्र के तौर पर प्रवेशिका और साहित्य भूषण का प्रमाण पत्र दिया था जो कि जाली पाया गया. वहीं दूसरा नाम हरियाल राय का है जो 5 फरवरी 2007 को ज्वाइन किए थे, वे अभी उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय सालबोना के शिक्षक है. उन्होंने शैक्षणिक प्रमाण पत्र के तौर पर साहित्य भूषण का प्रमाण पत्र दिया था जो कि जाली है. वहीं तीसरा नाम श्रीमती तुलसी मरांडी का है जो उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय लेड़वाकेंद में पदस्थापित हैं. इन्होंने प्रवेशिका परीक्षा पास होने का जो प्रमाण पत्र दिया था वह जाली पाया गया है. ऐसे में तीनों शिक्षकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
अब तक प्राप्त मानदेय की होगी वसूली
शिकारीपाड़ा के प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी नयन कुमार हेरेंज ने थाना में जो प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है, उसमें इस बात का उल्लेख किया है कि जो प्रमाण पत्र नकली पाया गया है उन पर एफआईआर दर्ज किया ही जा रहा है. इसके साथ ही अब तक जितनी भी राशि उन्हें मानदेय के तौर पर दी गई उसकी वसूली की जाएगी. शिक्षकों पर हो रही इस कार्रवाई से दुमका के शिक्षा महकमा में हड़कंप मच गया है. इस संबंध में शिकारीपाड़ा के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी अमिताभ झा ने बताया कि ऐसे पारा शिक्षक जो फर्जी दस्तावेज को असली बताकर नौकरी कर रहे थे उन पर यह कार्रवाई की गई है. यह तो महज उदाहरण है. अगर सही तरीके से जांच हो तो इसकी संख्या बढ़ भी सकती है. वैसे शिक्षा विभाग की इस कार्यवाई से हड़कंप मच गया है.
रिपोर्ट : पंचम झा, दुमका
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