बासुकीनाथ धाम: डाक बम को पग-पग पर मिल रही टेंट अस्पताल की व्यवस्था, प्रशासन के प्रयास से श्रद्धालुओं में खुशी


दुमका (DUMKA): सावन का पवित्र महीना चल रहा है. इस दौरान दुमका के बासुकीनाथ धाम में विश्व प्रसिद्ध राजकीय श्रावणी मेला लगा हुआ है. श्रावणी मेला में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु बासुकीनाथ पहुंच कर फ़ौजदारी बाबा पर जलार्पण करते हैं. यहां आने वाले शिव भक्त बिहार के सुलतानगंज के उत्तर वाहिनी गंगा से जल भर कर नंगे पांव पैदल यात्रा कर देवघर पहुंचे हैं. और बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण करते हैं. इसके बाद बासुकीनाथ धन आते हैं. लगभग 110 किलोमीटर लंबी पदयात्रा के कारण श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है. नतीजा यह होता है कि बासुकीनाथ पहुंचने पर अधिकांश भक्तों को प्राथमिक उपचार की जरूरत पड़ती हैं. श्रद्धालुओं के लिए राज्य सरकार और जिला प्रशासन की ओर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए टेन्ट अस्पताल की व्यवस्था कराई गई है.

चप्पे-चप्पे पर लगे हैं मेडिकल कैम्प
बासुकीनाथ मंदिर के निकास द्वार से लेकर पूरे मेला क्षेत्र में जगह-जगह पर मेडिकल कैम्प लगाया गया है. यहां डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी हर तरह की दवाई के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं. जारमुंडी प्रखंड कार्यालय के पास वातानुकूलित टेंट अस्पताल का निर्माण किया गया है. जहां मरीज के प्राथमिक उपचार के साथ साथ भर्ती करने की व्यवस्था है. पुरुष और महिला के लिए अलग-अलग वार्ड बनाया गया है. यहां तमाम तरह के जांच की सुविधा उपलब्ध है. टेंट अस्पताल के बाहर 24 घंटे एम्बुलेंस खड़ी रहती है. यहां इलाज कराने वाले श्रद्धालु बेहत स्वास्थ्य सुविधा पा कर राज्य सरकार और जिला प्रशासन को धन्यवाद देते हुए सुखद अनुभूति के साथ वापस अपना घर जाते हैं.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका
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