जमशेदपुर (JAMSHEDPUR) : होली का त्यौहार यानी रंगों का त्योहार. लोग होली में एक दूसरे को रंग लगाकर होली मनाते हैं. लेकिन मार्केट में मिल रहे केमिकल रंगों से लोगों को काफी परेशानी होती है. ये केमिकल स्किन के लिए काफी नुकसान दायक होता है. जिससे डर के कई लोग रंगों से दूर भागते हैं. ऐसे में जमशेदपुर के बाजारों में फूल से बने रंग गुलाल मिलने शुरू हो गए हैं. फागुन महीना चढ़ते ही जमशेदपुर समेत आस-पास के गांव में पलाश फूल और अन्य फूल खिलने लग जाते हैं जिसका उपयोग रंग बनाने में किया जाता है.ये फूल से बने रंग गुलाल लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं, ये देखने में भी खूबसूरत होते हैं और स्किन के लिए हानिकारक भी नहीं होते हैं.
लोगों को मिल रहा है रोजगार
शहर के आसपास पेड़ों में पलाश और अन्य फूलों से रंग और अबीर बनाया जा रहा है. इससे दो फायदे हैं पहला फूलों के रंगों से कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है और दूसरा इससे फूलों के रंग बनाकर लोगों को रोजगार भी मिल रहा है.
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