धनबाद(DHANBAD): धनबाद के मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों को उम्मीद थी कि सोमवार को साइट खुल जाएगी और उनका काम तेज गति से होगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. सोमवार को आज भी धनबाद के प्रखंड कार्यालय में महिलाएं जुटी. उन्हें भरोसा था कि लगातार दौड़ने की उनकी मेहनत आज सफल हो जाएगी और कोई ना कोई रास्ता निकल जाएगा. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. महिलाओं में आक्रोश दिखा. वह गुस्से में थी. कुछ तो ऐसी महिलाएं थी, जो वृद्धा पेंशन के लिए पहुंची थी. उनका कहना था कि उनका वृद्धा पेंशन भी बंद है. बता दे कि झारखंड में इस महीने मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों की संख्या 59 लाख से अधिक होने का अनुमान है. पासवर्ड जेनरेट होते ही साइट खुल जाएगी और उसके बाद काम तेज गति से आगे बढ़ने लगेगा. आवेदनों की जांच भी शुरू हो जाएगी और पता चलने लगेगा कि किन-किन तरह की गड़बड़ियां हुई है और कैसे-कैसे मामले सामने आ रहे है.
अगस्त 2024 में शुरू हुई थी यह योजना
अगस्त 2024 से शुरू हुई इस योजना के तहत अब तक लाभुकों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. 6 जनवरी को मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों 56, 61,791 थी. जो अब बढ़कर 58, 0 9,799 हो गई है. जनवरी महीने में लाभुकों की संख्या 59 लाख से अधिक होने का अनुमान है. सूत्रों के अनुसार सम्मान योजना के लिए अब तक 67, 84, 154 आवेदन जमा हुए है. इनमें 58,09,779 आवेदनों का सत्यापन हो चुका है. यह कंफर्म हो गया है कि इन्हें योजना का लाभ मिलेगा. शेष आवेदनों के सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है. यह अलग बात है कि मंईयां सम्मान योजना के आवेदन के सत्यापन के क्रम में कई तरह की गड़बड़ियां सामने आ रही है. झारनेट पर तो पोर्टल लांच कर दिया गया है, लेकिन पासवर्ड जेनरेट नहीं हुआ है. इस वजह से काम बंद है. महिलाओं के नए आवेदन की अपलोडिंग बंद है, साइट नहीं खुलने से पुराने आवेदनों की जांच भी नहीं हो पा रही है. इधर, महिलाएं खाते में राशि नहीं आने से परेशान दिख रही है.
योजना में गड़बड़ी को रोकने के लिए कई बदलाव किए गए है
बता दें कि सामाजिक सुरक्षा कोषांग ने सम्मान योजना में गड़बड़ी को रोकने के लिए कई बदलाव किए है. विभाग द्वारा लांच नई पोर्टल का साइट सीओ और बीडीओ के लॉगिन से ही खुलेगा. सीओ - बीडीओ का अपना-अपना पासवर्ड होगा. पासवर्ड डालते ही ओटीपी आएगा, इसके बाद साइट खुलेगी. तब नया आवेदन अपलोड और पुराने आवेदनों की जांच हो सकती है. इधर, मंईयां सम्मान योजना के लिए महिलाएं सीओ ऑफिस का चक्कर लगा रही है. उनका कहना है कि आवेदन जमा करने के बाद भी खाते में राशि नहीं आ रही है. यह पता लगाने वह रोज सीओ ऑफिस पहुंच रही है. बता दें कि योजना के लिए प्रज्ञा केंद्र और राज्य सरकार के बीच का करार 31 दिसंबर' 2024 को खत्म होने के बाद साइट बंद है. मंईयां सम्मान योजना झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है. इस योजना के प्रति महिलाओं में उत्साह भी अधिक है. राज्य सरकार ने 5225 करोड रुपए झारखंड के 24 जिलों के बीच आवंटित किया था.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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