धनबाद(DHANBAD) | धनबाद में "माफिया", उसके बाद "माफिया का यूथ विंग" और अब "माफिया का चाइल्ड विंग", यह बात सुनने -समझने में अटपटा जरूर लग सकती है लेकिन हो कुछ ऐसा ही रहा है. The Newspost के हाथ धनबाद के सरायढेला थाने में की गई शिकायत की एक प्रति हाथ लगी है. उसे शिकायत में जो कुछ कहा गया है, उससे यह बात ही साबित होती है कि अब माफिया के "चाइल्ड विंग " भी धनबाद में सक्रिय हो गया है. यह शिकायत किसी विक्रम सिंह ने की है. शिकायत में कहा है कि मैं विक्रम सिंह, जेसी मल्लिक रोड, हीरापुर, धनबाद का निवासी हूं, दिनांक 25 अगस्त को मेरा बेटा आकाश (उम्र लगभग 17 वर्ष )ट्यूशन पढ़ने के लिए सरायढेला गया हुआ था.
गया था ट्यूशन पढ़ने और की गई मारपीट
ट्यूशन पढ़ने के बाद आवश्यक कार्य से कोयला नगर गया. जहां रणवीर सिंह, पिता रणविजय सिंह, पता गोकुल, धैया ,धनबाद ने 20 -25 लड़कों के साथ पंहुचा. उन लड़कों में कुछ लाल पगड़ी एवं काले सूट में भी थे. उनके हाथों में हथियार लहरा रहे थे. मेरे बेटे को मारपीट करने के बाद उसे ब्लैक स्कॉर्पियो में बैठाकर कोयला नगर मंडल चाय दुकान पर ले गए और मारपीट की. बात इतनी ही नहीं रही , मेरे बेटे के फोन से मुझे भी धमकियां दी गई.
बेटा मेरे कब्जे में है ,जो करना है कर लो
कहा गया कि मैं रणवीर सिंह बोल रहा हूँ , तुम्हारा बेटा मेरे कब्जे में है. तुमको जो करना है, कर लो, चाहो तो एसपी-डीसी को भी बोल दो ,मैं देख लूंगा. तुम्हारा बेटा मुझे देखकर प्रणाम नहीं करता है, अगर आगे भी नहीं करेगा तो फिर मारेंगे. इस घटना से विचलित होकर पहले रणविजय सिंह को फोन किया. उसके बाद लड़के को छोड़ दिया गया. यह शिकायत पुलिस में की गई है. रणविजय सिंह दिवंगत सकलदेव सिंह के पुत्र हैं और रणवीर सिंह उनका बेटा है. बहरहाल, जो भी हो, कम उम्र में ही इस तरह की हरकत देखकर लोग यही कह रहे हैं कि अब तो माफिया का "चाइल्ड विंग" भी मैदान में है. देखना है इस शिकायत पर आगे क्या कार्रवाई होती है. विक्रम सिंह के बारे में पता चला है कि वह बिल्डिंग का काम करते हैं और जेसी मल्लिक रोड में रहते है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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