धनबाद(DHANBAD): मंगलवार का दिन धनबाद रेल मंडल के लिए अच्छा नहीं था. धनबाद से खुलने वाली अथवा अगल-बगल के स्टेशनों से गुजरने वाली कम से कम तीन ट्रेनों पर बड़ा खतरा आया, लेकिन 2 में तो ट्रेन के चालकों ने चालाकी दिखाई और घटना को टाल दिया.
मंगलवार को तीन बड़े हादसे होने से बच गए
एक घटना धनबाद से जाने वाली ट्रेन में लखनऊ में हुई. गनीमत रही कि किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है. अभी ओडिसा के बालासोर ट्रेन हादसे की गूंज थमी भी नहीं है कि मंगलवार को तीन बड़े हादसे होने से बच गए. झालदा में एलेप्पी एक्सप्रेस जे सी बी से तो पुरुलिया में राजधानी एक्सप्रेस ट्रैक्टर से रगड़ा कर निकल गई. संयोग अच्छा था कि दुर्घटना टल गई अन्यथा जान माल की हानि हो सकती थी. दोनों ट्रेन के चालकों ने चालाकी दिखाते हुए ट्रेनों को रोक दिया. धनबाद एलेप्पी एक्सप्रेस जहां झालदा के बाद जेसीबी से रगड़ खाई, वही नई दिल्ली भुवनेश्वर राजधानी पुरुलिया के संथालडीह के पास ट्रैक्टर ट्रॉली से रगड़ा गई. एलेपी दोपहर 2:10 बजे धनबाद से खुलने के बाद झालदा स्टेशन पार करते ही एक जेसीबी को रगड़ते हुए आगे निकल गई. यह जेसीबी बैगन फाटक के रेल लाइन की सफाई के लिए खड़ी थी. ट्रेन के चालक ने तत्काल ट्रेन रोक दी फिर ट्रेन धीरे धीरे मूरी पहुंची. यहां चालक ने अधिकारियों को जानकारी दी और इंजन का फिटनेस सर्टिफिकेट मांगा. जांच के बाद इंजन सही पाया गया और ट्रेन आगे के लिए बढ़ गई. यह ट्रेन धनबाद से अलपुजा तक हर दिन चलती है.
राजधानी एक्सप्रेस ट्रैक्टर की ट्रॉली से रगड़ा गई
इधर, नई दिल्ली से भुवनेश्वर जा रही राजधानी एक्सप्रेस मंगलवार की शाम लगभग 5 बजे ट्रैक्टर की ट्रॉली से रगड़ा गई. यह घटना गोमो और आद्रा के बीच संथालडीह रेलवे क्रॉसिंग के पास हुई. जैसे ही राजधानी एक्सप्रेस के ट्रैक्टर से टकराने की खबर मिली, रेलवे अधिकारियों में हड़कंप मच गया. सभी घटनास्थल पर पहुंचे. इस बीच वहां से ट्रैक्टर चालक भाग चुका था. करीब 45 मिनट की मशक्कत के बाद ट्रैक्टर को हटाया गया. घटना की जांच चल रही है. वैसे ,प्रारंभिक तौर पर रेलवे फाटक पर तैनात गेटमैन को निलंबित कर दिया गया है. बात यही नहीं थमी, धनबाद से फिरोजपुर जा रही गंगा सतलज एक्सप्रेस में आग लगने से भगदड़ मच गई .दमकल कर्मियों ने कुछ देर में ही आग बुझा ली. आग मामूली थी, लिहाजा बड़ा हादसा टल गया. इस दौरान दहशत के कारण सभी यात्री ट्रेन छोड़कर नीचे उतर गए, जिन्हें बाद में समझा-बुझाकर ट्रेन में बैठाया गया. यह घटना गोमती नगर सहारा अस्पताल के पीछे की बताई गई है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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