रांची (RANCHI): भगवान जगन्नाथ अज्ञातवास में चले गए हैं.उनके साथ उनके बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा भी हैं.रविवार को परंपरागत तरीके से तीनों को स्नान कराया गया.पहले उन्हें पुजारियों ने स्नान कराया.उसके बाद आम भक्त भी स्नान कराए.बता दें कि इस बार रांची का जगन्नाथ रथ यात्रा मेला भव्य होता है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस मेला का रथ खींच कर उद्घाटन करेंगे. अब भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और बहन सुभद्रा भक्तों को 19 जून को दर्शन देंगे, इस दिन नेत्रदान होगा. इस बार 20 जून से रथयात्रा मेला की शुरुआत हो रही है.इस बार रथयात्रा मेला में बड़ी संख्या में भक्त आएंगे. इस बार मेला भी बड़े स्तर पर आयोजित होगा. जिसे लेकर जिला प्रशासन मेला की तैयारी कर रहा है. इस रथयात्रा मेला में ना सिर्फ झारखंड बल्कि ओडिशा, बिहार, छत्तीसगढ़ से भी लोग भगवान जगन्नाथ का दर्शन करने और मेला घूमने आते हैं.
अब जानिए अज्ञातवास में क्या होता है
भगवान जगन्नाथ अपने भाई और बहन के साथ स्नान करते हैं. स्नान अधिक करने के कारण वे सभी बीमार पड़ जाते हैं. इसलिए अज्ञातवास में वे इलाजरत रहते हैं. इस दौरान उनसे कोई नहीं मिलता है. एक दो पुजारी ही उनके पास रहकर भोग लगाते हैं. भोग में भी आयुर्वेदिक उपचार जैसी चीजें होती हैं. उन्हें मौसी बाड़ी भी जाना होता है. इसके लिए भी वे 15 दिनों में स्वस्थ होकर तैयार हो जाते हैं. इस बार रथ यात्रा मेला की बड़े स्तर पर तैयारी हो रही है. मेला के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर भी विशेष नजर होगी.
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